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ठेकेदार पर नहीं चलता प्रशासन व विधायक का जोर, करोड़ो राशि बाद भी सडक़ निर्माण नहीं

locationअनूपपुरPublished: Mar 24, 2019 08:47:42 pm

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

हर दूसरे दिन गड्ढे में धंस रहे भारी वाहन, लग रहा घंटो लम्बा जाम

Do not leave the contractor, the administration and MLA's emphasis, no

ठेकेदार पर नहीं चलता प्रशासन व विधायक का जोर, करोड़ो राशि बाद भी सडक़ निर्माण नहीं

अनूपपुर। पैसे के अभाव में अटका सालभर से अनूपपुर-जैतहरी मार्ग ३ करोड़ के शेष आवंटन राशि बाद भी गड्ढों व धूल के गुबारों में तब्दील है। जिला प्रभारी मंंत्री प्रदीप जायसवाल द्वारा १४ फरवरी को जिला योजना समिति की बैठक में विधायक की मांग पर ३ करोड़ की राशि सडक़ निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की थी। साथ ही जिला प्रभारी मंत्री ने राशियों के स्वीकृति के दौरान एक सप्ताह के अंदर कार्य आरम्भ कराते हुए जल्द निर्माण कार्य पूर्ण कराने की सेवा शर्त रखी थी। बावजूद राशियों के आवंटन के माहभर बाद भी दो किलोमीटर लम्बी निर्माणाधीन सडक़ पर डेढ़ कदम की ढलाई नहीं हो सकी है। सडक़ किनारे आज भी गड्ढे, और जर्जर सडक़ के अवशेष लोगों को यह भ्रमित कर रही है कि इतनी जल्द इस मार्ग का निर्माण सम्भव नहीं। हालंाकि अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह ने खुद इस मार्ग की बदहाली और नगरवासियों की परेशानी पर अपनी समर्थता जताते हुए एकाध सप्ताह में कार्य पूर्ण कराने का आश्वासन दिया था। लेकिन आश्चर्य विधायक द्वारा जारी किए गए अल्टीमेटम और समय निर्धारण के बाद भी अमरकंटक तिराहा से तुलसी महाविद्यालय तक सडक़ का निर्माण पूर्ण नहीं कराया जा सका है। सडक़ के अभाव में धूल के गुबार आज भी लोगों की मुसीबत बनी हुई है। इसके लिए नगरवासियों ने जिला प्रशासन सहित पीडब्ल्यूडी विभाग से नाराजगी जताते हुए शीध्र निर्माण की अपील की। लेकिन हालात यह कि ठेकेदार के उपर न तो प्रशासन की दबाब चला और ना ही जनप्रतिनिधि व पीडब्ल्यूडी विभाग का। उल्लेखनीय है कि फरवरी २०१८ में पैसे के अभाव में ठेकेदार द्वारा सडक़ निर्माण कार्य बंद किए जाने के बाद अनूपपुर-जैतहरी मार्ग की दो किलोमीटर यात्रा वाहन चालकों सहित पैदल यात्रियों के लिए मौत की डगर बन गई थी। जिसमें विधानसभा चुनाव उपरांत नव निर्वाचित अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह की पहल में १४ फरवरी को जिला योजना समिति की बैठक में अनूपपुर नगरीय सीमा तुलसी महाविद्यालय से अमरकंटक तिराहा लगभग २ किलोमीटर लम्बी सडक़ के अबतक निर्माणाधीन बने रहने तथा निर्माण के लिए उधेड़ी गई सडक़ की धूल से नगरवासियों की परेशानी की समस्या रखी। साथ ही विधायक ने पूर्व प्रशासनिक स्तर पर शासन को भेजे गए प्रस्ताव तथा शासन द्वारा फंडो से राशियों के निष्कासन पर लगाई गई रोक के कारण ठेकेदार का भुगतान नहीं होने की जानकारी दी। जिसपर जिला योजना समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री ने अनूपपुर शहर की बड़ी समस्या अनूपपुर-जैतहरी-वेंकटनगर मुख्य मार्ग के उन्नयन के शेष 2 किमी मार्ग की पूर्ति के लिए जिला खनिज प्रतिष्ठान मद से 3 करोड़ रुपए के भुगतान की स्वीकृति प्रदान कर दी। इससे पूर्व अनूपपुर-जैतहरी सडक़ के अधूरे निर्माण पर विधायक ने नाराजगी जताते हुए ठेकेदार को सप्ताहभर का अल्टीमेटम देते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी थी। साथ ही विधायक ने ठेकेदार के बकाया लगभग २ करोड़ ८५ लाख की राशि का भुगतान भी एकाध दिनों में पूर्ण करने का आश्वासन देते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर राशियों के आवटन के बाद भी ठेकेदार द्वारा सप्ताहभर के अंदर काम का आरम्भ नहीं किया जाता है तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बॉक्स: हर दूसरे दिन जाम की बनती है समस्या
सडक़ के अधूरेपन के कारण भारी वाहनों की आवाजाही में हर दूसरे दिन मार्ग पर जाम की समस्या निर्मित होती है। इस जाम में दोनों दिशाओं में लम्बी वाहनों की कतार के साथ यातायात पूरी तरह बंद हो जाता है। बावजूद नगरीय सीमा में गड्ढों में तब्दील सडक़ के निर्माण में प्रशासन ने सख्ती नहीं दिखाई। नवम्बर २०१५ में तत्कालीन प्रदेश शासन लोक निर्माण मंत्री ने आईआरडीएफ परियोजना के तहत अनूपपुर अमरकंटक तिराहा से वेंकटनगर तक लगभग ४०.६०० मीटर लम्बी सीसी सडक़ निर्माण की आधारशिला रखी थी। जिसमें शासन की ओर से ५७ करोड़ की राशि स्वीकृति प्रदान की गई थी। लेकिन अब इसे ६८ करोड़ बढ़ा दिया गया है।
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