सीएस की चेतावनी पर दोपहर बाद ओपीडी में बैठे डॉक्टर, मरीजों ने राहत की सांस
अनूपपुरPublished: Jun 08, 2019 03:52:30 pm
डॉक्टरों की उपस्थिति में मरीजों को मिला नि:शुल्क दवा सेंटर का लाभ मिली मुफ्त दवाईयां
सीएस की चेतावनी पर दोपहर बाद ओपीडी में बैठे डॉक्टर, मरीजों ने राहत की सांस
अनूपपुर। मप्र. शासन द्वारा १ जून से प्रदेश के समस्त शासकीय अस्पतालों के ओपीडी विभाग के संचालन में किए गए समय बदलाव में शुक्रवार को अनूपपुर जिला अस्पताल में इसका असर देखने को मिला, जहां दोपहर एक बजे बाद भी ओपीडी विभाग में डॉक्टर ने मरीजों का उपचार किया। इस मौके पर दोपहर बंद होने वाली सरदार बल्लव भाई पटेल नि:शुल्क दवा केन्द्र का काउंटर खुला रहा, जिसपर मरीजों ने डॉक्टर द्वारा लिखे गए दवाईयों को लिया। जिला अस्पताल सिविल सर्जन डॉ. एसआर परस्ते भी दोपहर बाद अस्पताल परिसर में मौजूद रहते हुए व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग की। उनका कहना था कि ३ जून को जिला अस्पताल में जारी किए गए आदेश में एकाध दिन डॉक्टरों ने अनदेखी जरूर की, लेकिन इसके बाद सख्त निर्देशन पर अब नियमित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इसके अलावा मरीजों को भी दोपहर १.३० बजे से २.३० बजे तक डॉक्टरों की अनुपस्थिति पर बिना उपचार वापस नहीं जाने की सलाह देते हुए भोजन उपरांत पुन: डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य लाभ देने की अपील की गई। मरीजों का कहना है कि दोपहर बाद अस्पताल में ओपीडी संचालन से नगरवासियों से किसी कारण से दूर-दराज से आने वाले मरीजों को उपचार कराने में सहूलियत होगी। साथ दवाईयां भी मिल सकेगी। पूर्व में दोपहर १ बजे तक ओपीडी के संचालन से डॉक्टर एक बजे से पहले ही अस्पताल छोड़ चले जाते थे। जिसके कारण दोपहर आने वाले मरीजो को बिना उपचार ही वापस घर लौटना पड़ता था। इसमें सबसे अधिक परेशानी दूर ग्रामीण अचंल से आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को झेलना पड़ता था। इसमें उपचार के लिए ऐसे मरीजों को अगले दिन पुन: अस्पताल आना पड़ता था। उल्लेखनीय है कि शासन के जारी आदेश के पालनार्थ जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के बाद भी डॉक्टरों ने सीएस के आदेश मानने को तैयार नहीं हुए और ४ जून तक ओपीडी का संचालन नहीं किया। इसपर पत्रिका ने ५ जून को सीएस के आदेश मानने को तैयार नहीं डॉक्टर, एक बजते ही ओपीडी से गायब हो गए डॉक्टर शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था। जिसमें आदेश के बाद भी डॉक्टरों की कार्यशैली पर मनमानी की बात कही थी। खबर क बाद अस्पताल प्रशासन ने सख्ती के साथ आदेश पालन करवाते हुए आखिर मरीजों के लिए दोपहर बाद ओपीडी का संचालन करवा दिया।