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जिला अस्पताल में पानी की कमी से सहमा प्रशासन, अब फायर ब्रिगेड से बुझाएंगे मरीजों की प्यास

locationअनूपपुरPublished: Jun 09, 2019 03:58:32 pm

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

प्रतिदिन दो फायरब्रिगेड वाहन टैंक से भरा जाएगा अस्पताल का पानी टंकी, रोजाना 10 हजार लीटर की हो रही खपत

Due to the lack of water in the district hospital, the administration

जिला अस्पताल में पानी की कमी से सहमा प्रशासन, अब फायर ब्रिगेड से बुझाएंगे मरीजों की प्यास

अनूपपुर। जिले में गहराते जलसंकट का साया आखिरकार जिला अस्पताल पर मंडराने लगा है, जहां परिसर में बोर पाईप में कम मात्रा में आ रहे पानी से पूरा जिला अस्पताल पानी की समस्या जूझ रहा है। अस्पताल में पानी की उपलब्धता के लिए तीन बोर कराए गए थे, जिसमें दो पूर्व में ही दम तोड़ चुके हैं, शेष चालू एक अन्य बोर ने भी शनिवार को हांफना आरम्भ कर दिया। इसके बाद अस्पताल के वार्डो में पानी की आपूर्ति बंद होने की कगार पर पहुंच गया। डायलसिस यूनिट में मरीजों को इंतजार के आश्वासन दिए जाने लगे। प्रसाधन कक्ष के अनेक कक्ष पानी में बेहाल हो गए। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर नगरपालिका ने फायरब्रिगेड के माध्यम से दोपहर जलापूर्ति कराई गई। फायरब्रिगेड अमला और अस्पताल कर्मचारियों ने पाईप के माध्यम से जिला अस्पताल में बने टंैंक में पानी का भराव किया। हालांकि यह हालात आगामी कुछ दिनों तक यूं ही बने रहेंगे, जबतक जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन द्वारा नई बोर नहीं कराया जाता। फिलहाल जिला अस्पताल फायरब्रिगेड वाहन के भरोसे संचालित हो रहा है। जिला अस्पताल में पानी की समस्या गहराने से जहां जिला प्रशासन सकते में आ गया, वहीं अस्पताल प्रबंधन के पसीने उतर आए हैं। नगरवासियों का कहना है कि यह अव्यवस्था जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन की अनेदखी का नतीजा, जहां रोजाना तीन-चार सैकड़ा आने वाले मरीजों की सुविधाओं का ध्यान नहीं रखा गया। पानी के अभाव में कभी भी डायलसिस यूनिट, ऑपरेशन थियेटर, शिशु गहन जांच केन्द्र, प्रसव वार्ड, ड्रेसिंग कक्ष, डॉक्टर व स्टाफ नर्स ड्यूटी कक्ष सहित मरीजों से जुड़े प्रसाधन कक्ष प्रभावित हो जाएंगे। यानि पानी की कमी में पूरा अस्पताल की व्यवस्थाएं ही चरमरा जाएगी। विदित हो कि पत्रिका ने पानी की समस्या को लेकर पूर्व में खबर प्रकाशित कर जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन से समस्या से अवगत कराया था। बावजूद गर्मी की भीषणता में जिले के गिरते जलस्तर के बावजूद न तो प्रशासन और ना ही प्रबंधन ने ध्यान दिया। जिसका परिणाम है कि आज पूरा जिला अस्पताल पानी की समस्या जूझ रहा है। दरअसल शनिवार की सुबह जिला पंचायत सीईओ सरोधन सिंह अस्पताल निरीक्षण में पहुंचे थे, जहां निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों ने पानी की समस्या को रखा। साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया मरीजों की तादाद के अनुसार पानी की उपलब्धता नहीं हो सकेगी। इससे अव्यवस्था बन सकती है, जिसके उपरांत जिपं सीईओ ने तत्काल नगरीय प्रशासन और पीएचई अधिकारियों को बुलाकर जानकारी ली। नगरीय प्रशासन से तत्काल पानी की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। वहीं पीएचई अधिकारियों ने बताया कि तीनों बोर के आसपास पानी का स्तर नीचे चला गया है। जिसके कारण अन्यत्र बोर कराने की आवश्यकता होगी।
बॉक्स: दो फायरब्रिगेड पानी रोजाना भराव करेगा पानी
अस्पताल में जबतक पानी व्यवस्था में नया बोर नहीं हो जाता, तबतक जिपं सीईओ ने नगरीय प्रशासन से अस्पताल में रोजाना दिन में दो बार पानी भराव के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार अस्पताल में रोजाना लगभग ११ हजार लीटर से अधिक पानी की खपत है। इसमें फायरब्रिगेड वाहन द्वारा ६ हजार लीटर की उपलब्धता बनाई जाएगी शेष ४-५ हजार लीटर तीसरे बोर से खींचने के प्रयास होंगे। अस्पताल सूत्रों के अनुसार डायलसिस यूनिट ही अकेला रोजाना दो मरीजों पर ८ हजार लीटर की खपत करती है। जबकि अन्य जरूरतों में लगभग ढाई से तीन हजार लीटर की आवश्यकता होती है।
वर्सन:
हमने फिलहाल नगरीय प्रशासन से रोजाना दो वाहन पानी उपलब्धता के निर्देश दिए हैं। पीएचई व नगरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जल्द ही पानी की समस्या को दूर कराने का प्रयास किया जाएगा। पानी की कमी से अस्पताल की व्यवस्थाएं बिगड़ जाएगी। प्रबंधन को इसपर ध्यान देना था।
सरोधन सिंह, सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर।
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