अनूपपुर। अनूपपुर-राजेन्द्रग्राम के बीच किरर घाट मार्ग पर 7 जुलाई को लगातार बारिश एवं वॉटर सेड विकास के फूटे तालाब के पानी में क्षतिग्रस्त हुए सिद्ध बाबा मार्ग के हिस्से का सुधार कार्य अबतक आरम्भ नहीं हो सका है। मार्ग में चार स्थानों पर चट्टानों के धंसकने के कारण यहां से यातायात पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इससे अनूपपुर-राजेन्द्रग्राम की यातायात पूरी तरब प्रभावित है। हालंाकि वैकल्पिक रूप में राजेन्द्रग्राम-जैतहरी-अनूपपुर मार्ग को चालू रखा गया है। लेकिन घाटीनुमा सडक़ और घुमावदार के कारण अधिक दूरी से लोगों को परेशानियां हो रही है। लेकिन सडक़ मार्ग के शीध्र बहाल के लिए एमपीआरडीसी विभाग और प्रशासनिक स्तर पर सिथिलता बरती जा रही है। जिसके कारण घटना के १५ दिन बाद भी इस मार्ग पर एमपीआरडीसी के द्वारा सुधार कार्य आरम्भ नहीं किया जा सका है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र व पिछड़े विकासखंड के रूप में पुष्पराजगढ़ की अधिकांश आबादी मजदूरी पर आश्रित है। किरर घाट मार्ग अवरुद्ध होने से इन्हें आर्थिक मार का सामना करना पड़ा है। पहले राजेन्द्रग्राम से अनूपपुर जाने के लिए 40 रूपया बस किराया देना पड़ता था। लेकिन अब 80 रूपए किराया देना पड़ रहा है। मार्ग अवरूद्ध से सब्जी के भाव सहित घरेलू सामानों की कीमतों में भारी उछाल आया है। पहले 32 किलोमीटर का रास्ता तय करके अनूपपुर पहुंचते थे अब 55 किलोमीटर का रास्ता तय करके अनूपपुर पहुंच रहे हैं। क्षतिग्रस्त मार्ग का खामियाजा पुष्पराजगढ़ क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है। बॉक्स: १९९० में भी हुआ था भूस्ंख्लनबताया जाता है कि किरर घाट मार्ग पर 1990 के दशक में भी इसी प्रकार से भूस्खलन होने के कारण मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसमें पहाड़ की मिट्टी एवं बड़े-बड़े पत्थर सडक़ पर आ गए थे। सिद्ध बाबा के पास की ऊपर की सडक़ बीच की सडक़ एवं नीचे की सडक़ मिट्टी, पत्थर युक्त मलवा से दब गई थी। उस समय किरर घाट में सिंगल सडक़ थी। लेकिन राजेंद्रग्राम से जैतहरी सडक़ मार्ग नहीं बना था। उस समय शासन प्रशासन द्वारा रात दिन मरम्मत का कार्य करा कर एक हफ्ते में मार्ग को आवागमन के लिए खोल दिया गया था। और जिस स्थान पर सडक़ टूट गया था वहां पर नीचे से स्ट्रेक्चर बनाकर लोहे के बड़े बड़े खंबे लगाकर 1 महीने में कार्य को पूर्ण करा दिया गया था। वहीं ७ जुलाई की घटना के बाद मार्ग को बंद कर दिया गया है। वहीं एमपीआरडीसी जिसने सडक़ का निर्माण कार्य किया है वह भी आंख बंद कर ली है।वर्सन: किरर घाट मार्ग बंद हुए 15 दिन बीत गए हैं। लेकिन मार्ग को खोलने के लिए मरम्मत का कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया है। पुष्पराजगढ़ के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। प्रशासन बंद मार्ग को खोलने के लिए शीघ्र मरम्मत कार्य प्रारंभ कराए अन्यथा जन आंदोलन भी करना पड़ेगा तो हम करेंगेफुंदेलाल सिंह, विधायक पुष्पराजगढ़——–किरण घाट मार्ग प्रारंभ किए जाने के लिए जिले से मॉनिटरिंग की जा रही है। एमपीआरडीसी को निर्देश दिए गए हैं प्रक्रिया चालू है, मरम्मत कार्य शीघ्र प्रारंभ किए जाने की संभावना है।अभिषेक चौधरी एसडीएम पुष्पराजगढ़। [typography_font:18pt;” >—————————————-