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21 नोटिस बाद भी ठेकेदार फिल्टर प्लांट निर्माण कार्य से कर रहा मनाही, पैसे के भुगतान में अटका काम

locationअनूपपुरPublished: Sep 14, 2019 04:14:05 pm

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

14 करोड़ की योजना ११ करोड़ का हो चुका है भुगतान, शेष राशियां अमानत में सुरक्षित

Even after 21 notices, the contractor is refusing the construction of

21 नोटिस बाद भी ठेकेदार फिल्टर प्लांट निर्माण कार्य से कर रहा मनाही, पैसे के भुगतान में अटका काम

अनूपपुर। नगरपालिका अनूपपुर में १४ करोड़ की प्रस्तावित फिल्टर प्लांट योजना का निर्माण अमानत के लिए रखी गई सुरक्षित १५ प्रतिशत की राशियों के कारण अटक गई है। अनूपपुर विधायक और जिला प्रशासन की समझाईश के बाद भी ठेकेदार निर्माण कार्य से बार बार इंकार कर रहा है। यहां तक सीएमओ अनूपपुर द्वारा टेंडर के अनुसार निर्माण कार्य पूर्ण कराने दिए गए २१ नोटिस के बाद भी ठेकेदार टस से मस नहीं हो रहा है। हालात यह है कि अनूपपुर की प्रस्तावित जलप्रदाय योजना के साथ साथ नगरपालिका में पाईप लाईन बिछाने क्षतिग्रस्त की गई समस्त १५ वार्डो की सडक़ों का निर्माण कार्य अटका पड़ा है। जिसके कारण नगरपालिका न तो सडक़ों का निर्माण कार्य करा पा रही है और ना ही जलसंकट से जूझ रहे वार्डो में पानी की आपूर्ति करा पा रही है। बताया जाता है कि फिल्टर प्लांट की प्रस्तावित कार्ययोजना में ६० किलोमीटर पाईप लाईन बिछाने के साथ साथ घरों तक कनेक्शन देने और जलापूर्ति के लिए ४ पानी टंकी का निर्माण कराया जाना था। इसमें पानी टंकी के निर्माण के साथ ठेकेदार ने अबतक नगरीय क्षेत्र में मात्र ५२ किलोमीटर लम्बी पाईप लाईन के बिछाने का कार्य पूर्ण सकी है। वहीं फिल्टर प्लांट से पाइपलाइनों की सुरक्षित आपूर्ति में टेस्टिंग की कार्रवाई का कार्य भी पूरा नहीं हुआ है। बावजूद निर्माण एजेंसी चंद्रा कंस्ट्रशन प्रा. लिमिटेड के ठेकेदार परियोजना की प्रस्तावित पूरी राशि १४ करोड़ अमानत सहित प्राप्त करने की जुगत में लगे हैं। नगरपालिका सूत्रों का कहना है कि ठेकेदार के अधीनस्थ अनूपपुर, कोतमा, और राजेन्द्रग्राम में भी जलप्रदाय सम्बंधित फिल्टर प्लंाट कार्य की जिम्मेदारी है। लेकिन सभी योजनाएं अनूपपुर की भांति आधी-अधूरी पड़ी है। कंपनी ठेकेदार द्वारा अपनी शेष राशियों के भुगतान कराने के उपरांत ही निर्माण कार्य पूर्ण कराने की बात कही जा रही है। जबकि नगरपालिका अधिकारियों का कहना है कि १४.७० करोड़ की परियोजना में शासन द्वारा ११ करोड़ का भुगतान ठेकेदार को किया जा चुका है। शेष १ करोड़ से अधिक राशि का भुगतान प्रस्तावित है। जबकि नियमानुसार ग्रांड प्राफॉरमेंस के आधार पर अमानत राशि २ करोड़ से अधिक सुरक्षित रखी गई। बावजूद ठेकेदार अपनी शेष राशियों को लेकर अलग जिद् ठाने हुए हैं।
बताया जाता है कि निर्माण कार्य बंद रखे जाने पर हाल के दिनों मे अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह, कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर, नगरपालिका प्रशासनिक समिति के सदस्य, सीएमओ अनूपपुर, सहित ठेकेदार की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें खनिज मद से भुगतान किए जाने का आश्वासन भी दिया था। इसमें ठेकेदार ने काम जारी रखने के प्रति आश्वस्त किया। लेकिन फिर से पूरे पैसे की अलाप लगाकर कार्य को बंद कर रखा है। सीएमओ अनूपपुर का कहना है कि ठेकेदार के अधीनस्थ फिल्टर प्लांट के मुख्य चैम्बर में इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल व्यवस्थाओं के लिए मैकनिक नहीं है। इसके कारण भी वह कार्य के प्रति सुस्ती बरत रहा है। फिलहाल मामले जो भी हो नगरपालिका में पिछले पांच सालों से फिल्टर प्लांट के शुद्ध पानी के लिए आस लगाए नगरवासियों को इस वर्ष भी पानी मिलने की सम्भावना कम ही दिख रही है।
बॉक्स: सडक़ो का निर्माण अटका
पाईप लाइन बिछाने के अधूरे कार्य तथा पानी सप्लाय की टेस्टिंग के कारण नगर के समस्त १५ वार्डो में पाइप बिछाने के दौरान तोड़ी गई सडक़ आज भी बदहाल बने हुए हैं। बिना पानी टेस्ंिटग नगरपालिका सडक़ निर्माण को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि इससे अतिरिक्त खर्च होगा।
वर्सन:
ठेकेदार से बातचीत की गई है। पैसे की मांग कर रहा है, लेकिन जबतक कार्य पूर्ण नहीं होगा शेष राशियों का भुगतान नहीं किया जाएगा। उनके पास इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल स्टाफ की कमी है। जल्द ही कार्य आरम्भ का आश्वासन दिया है।
यशवंत वर्मा, सीएमओ नगरपालिका अनूपपुर।
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