इन नवगठित नगर परिषद में संविलियन की आड़ में हो गई फर्जी भती, अब प्रक्रिया निरस्त करने होगी जनसुनवाई
पूर्व में भी भोपाल संचालनालय ने दोषी के खिलाफ की थी कार्रवाई
अनूपपुर
Published: April 06, 2022 09:52:57 pm
अनूपपुर। जिले में नवगठित नगर परिषदों में संविलियन की आड़ में फर्जी तरीके दैनिकवेतन भोगी कर्मचारियों व बाहरी व्यक्तियों के किए गए संलिवियन मामले में पूर्व में नगरीय विकास एवं आवास विभाग भोपाल संचालनायल द्वारा किए गए जांच और दोषी पाए गए कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद अब मामले की जांच में जनसुनवाई की तैयारी कर रही है। जिसमें नगरीय विकास एवं आवास विभाग के द्वारा शहडोल संभाग के नवगठित नगर परिषद डोला, बनगवा, डूमरकछार तथा बकहो में अनियमित रूप से किए गए संविलियन की जांच के लिए 22 और 23 अप्रैल को सुनवाई शहडोल सर्किट हाउस में की जाएगी। इसमें संविलियन किए गए कर्मचारियों, प्रत्येक निकाय की जिला चयन समिति के सदस्य, अध्यक्ष जिला चयन समिति एवं चारों निकाय के प्रशासक तथा मुख्य नगरपालिका अधिकारियों की सुनवाई की जानी है। यहां नगरीय निकाय विभाग के अधिकारियों के द्वारा जिला चयन समिति के कार्रवाई को निरस्त करने के संबंध में सुनवाई करते हुए बयान भी दर्ज किए जाएंगे। इसके लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग के द्वारा 22 अप्रैल को डोला और डूमरकछार एवं 23 को बकहो और बनगवां नगर परिषद में किए गए अनियमित संविलियन के संबंध में जांच की तिथि निर्धारित की है। दरअसल इस मामले में नगरीय निकाय विभाग के अधिकारियों के साथ ही जिला चयन समिति एवं उसके सदस्यों के द्वारा मनमानी पूर्वक कार्य करते हुए सैकड़ों की संख्या में संविलियन कर्मचारियों की भर्ती फर्जी रूप से कर ली गई थी। जिसमें डोला में 59 कर्मचारी, डूमर कछार में 60 कर्मचारी , बनगवां में 71 और बकहो में 51 संविलियन कर्मचारियों की भर्ती कर ली गई। जिसमें पूर्व में नगरीय निकाय के प्रशासकों ने दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी की अलाप रटते हुए भर्ती प्रक्रिया के लिए कभी जेडी कार्यालय शहडोल तो जेडी कार्यालय द्वारा स्थानीय प्रशासकों के सिर जिम्मेदारी तय करते हुए अपना पल्ला झाड़ते रहे। जिसपर स्थानीय नागरिकों की जगह बाहरी लोगों, राजनीतिक रसूखदारों के परिचितों व खुद विभागीय अधिकारियों के सदस्यों की भर्ती को लेकर नगर परिषदों में विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने का दौर चला। इसकी आवाज विधानसभा पटल से लेकर विभागीय संचालनालय तक गूंजी।
बॉक्स: दोषी के खिलाफ हुई थी कार्रवाई
विधानसभा पटल और मंत्रालय में उठी गंूज के बाद नगरीय निकाय विकास विभाग मंत्रालय द्वारा रीवा संभाग के दो सदस्यी जांच टीम द्वारा जांच कराते हुए दस्तावेजों को जब्त करते हुए जांच प्रतिवेदन संचालनालय को सौंपा था। इसके बाद संचालनायल ने दोषी पाते हुए आदेश जारी कर बनगवां नगर परिषद में तत्कालीन सरपंच, सचिव के खिलाफ, डोला में सरपंच, सचिव, इंजीनियर, सीएमओ के खिलाफ और डूमरकछार में सरपंच और सचिव के खिलाफ कार्रवाई की। सरपंच के खिलाफ जांच कर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए जबकि प्रशासकीय अधिकारियों को निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए गए। इसमें संचालनालय ने वनगंवा के लिए ९८ लाख का नुकसान, तो डोला के लिए लगभग ७५ लाख और डूमरकछार के लिए ८६ लाख का नुकसान शासन को बताया था।
बॉक्स: नेताओं सहित ग्राम पंचायत सचिव के रिश्तेदार भी हुए भर्ती
संविलियन घोटाले के इस खेल में पूर्व में विरोध जता रहे नागरिकों में स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ ही मुख्य नगर पालिका अधिकारियों एवं पूर्व में ग्राम पंचायत में पदस्थ रहे सचिवों के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए फर्जी रूप से सैकड़ों की संख्या में संविलियन कर्मचारियों की सूची जिला चयन समिति के समक्ष रख दी गई। जिसमें जिला चयन समिति के द्वारा भी बिना किसी आधार के सैकड़ों कर्मचारियों की सूची को निरस्त करने की बजाय विभाग को भेज दिया गया। इसमें पदस्थ रहे मुख्य नगरपालिका अधिकारी का बेटा, पूर्व जिला अध्यक्ष की बेटी, लेखापाल के द्वारा अपने परिवार एवं रिश्तेदारों को तथा सांसद प्रतिनिधि, जैतहरी के भाजपा नेता एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य की पुत्री की भर्ती कराई गई। जेडी शहडोल के पुत्र की भर्ती बकहो, इंजीनियर के पुत्र के साथ प्रशासक का कार्य देख रहे अधिकारियों के द्वारा भी अपने सगे संबंधियों की भर्ती कराई गई है जो कि ना तो यहां के स्थानीय निवासी हैं ना ही कभी वह पंचायत में कार्यरत रहे।
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इन नवगठित नगर परिषद में संविलियन की आड़ में हो गई फर्जी भती, अब प्रक्रिया निरस्त करने होगी जनसुनवाई
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