चिटफंड कंपनी में फील्ड ऑफिसर रहे पूर्व नपाध्यक्ष गिरफ्तार
अनूपपुरPublished: Aug 12, 2018 06:01:22 pm
वर्ष 2010-11 में संचालित बीएनजी नामक कंपनी ने वर्ष 2013-14 में लोगों का पैसे लेकर हो गई थी चम्पत
Shahid Rajendra Yadav News
अनूपपुर. बीएनजी नामक चिटफंड कपंनी की आड़ में लोगों को धोखे में रखकर पैसे दुगुने करने की लालच देकर लाखों की राशि हड़पकर भागी कंपनी के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कंपनी में शामिल रहे बिजुरी नपा पूर्व अध्यक्ष शिवचरण पुरी तथा पूर्व नपा कांग्रेस प्रत्याशी को गिरफ्तार किया है। इसकी पुलिस ने अधिकारिक रूप में तत्काल पुष्टि नहीं की है। लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामले में शिवचरण पुरी को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर कोतवाली पुलिस लाया जा रहा है। थाना प्रभारी प्रफ्फूल राय का कहना है कि अभी लोगों की गिरफ्तारी जारी है। मामले में पूरी जानकारी रविवार को दी जाएगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शिवचरण पुरी 1995 में नगरपालिका अध्यक्ष बिजुरी थे, अध्यक्ष के बाद वर्ष 2010-11 में बीएनजी नाम कंपनी की आड़ में डबल पैसे करने वाली कंपनी में शामिल होकर बतौर फील्ड ऑफिसर में कार्यरत थे। सम्बंधित कंपनी वर्ष 2013-14 में लोगों का पैसा लेकर भाग निकली। इसमें कई लोगों की गाढ़ी कमाई डूब गई थी। लोगों की शिकायत पर पुलिस ने सम्बंधित कंपनी संचालक सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना कर रही थी, जहां जांच में कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार 10 अगस्त की शाम नपा पूर्व अध्यक्ष शिवचरण पुरी को हिरासत में लिया।
विदित हो कि कोतवाली पुलिस ने जिला मुख्यालय में वर्ष 2016 में संचालित चिटफड़ कंपनियों द्वारा ढाई गुना का लालच देकर हितग्राहियो के साथ धोखाधडी करने तथा धोखाधड़ी की शिकार में लोगों की शिकायत पर दर्ज मामले में 8 अगस्त को साईं राम रियलटेक के तीन लोगों जिनमें डॉयरेक्टर 39 वर्षीय अजय विश्वकर्मा पिता राम स्वरूप निवासी बलपुरावा शहडोल, 35 वर्षीय डिप्टी डायरेक्टर शेर सिंह पिता चंदन सिंह आयाम निवासी भरनी थाना अमरकंटक तथा 38 वर्षीय फील्ड ऑफिसर संतोष कुर्रे पिता रामदरश निवासी ग्राम कोहका थाना शिवरी नारायण छग को गिरफ्तार किया था। जबकि चिटफंड कंपनी के संचालक विनय सक्सेना निवासी गाजियाबाद की पतासाजी में टीम भेजा था। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के सम्बंध में जानकारी नहीं दे रही है। लेकिन सम्भावना है कि मामले में आधा दर्जन से अधिक लोग गिरफ्तार हो सकते हैं।