खाद्यान्न घोटाला में खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग मंत्री बोले- अब मैं तय करूंगा जिम्मेदारी
अनूपपुरPublished: Jul 12, 2020 10:48:32 pm
सजहा वेयरहाउस में करोड़ों रूपए खाद्यान्न की गड़बड़ी मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
खाद्यान्न घोटाला में खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग मंत्री बोले- अब मैं तय करूंगा जिम्मेदारी
अनूपपुर। पिछले पांच सालों से विभागीय अधिकारी, वेयरहाउस शाखा प्रबंधक अनूपपुर और वेयरहाउस प्रबंधक की मिलीभगत में किए गए करोड़ों रूपए के खाद्यान्न की गड़बड़ी में अब मप्र शासन खाद्य आपूर्ति विभाग मंत्री ने इसे संज्ञान में लिया है। जिसमें मंत्री ने अबतक विभागीय अधिकारियों द्वारा एक दूसरे के पाले में गेंद डालकर पूरे मामले की लीपापोती में जुटे दोषियों के खिलाफ खुद जिम्मेदारी तय करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सजहा वेयरहाउस सहित अन्य गोदामों में हुए खाद्यान्न घोटाले व गड़बड़ी में पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोई भी विभाग अपनी जिम्मेदारियों से बच नहीं सकता, क्योंकि किसानों की मेहनत से उपजा अनाज गरीबों की थाली तक पहुंचता है। गोदाम में अनाज को सुरक्षित रखने के लिए भंडारित किया जाता है, तो फिर सालभर या पूर्व में किस लापरवाही के कारण इतनी मात्रा में खाद्यान्न सड़ गए या कीड़ा लग गया। वहीं २३ हजार क्विंटल चावल की हेराफेरी मामले में भी जांच कर सख्त कार्रवाई की बात कही। हालांकि वर्ष २०१९-२० के दौरान भंडारित २० हजार क्विंटल गेहंू का भंडारण और खराब भी उनके विधायक बने रहने काल के दौरान खराब हुए थे। जिसपर उन्होंने विभाग द्वारा इसकी जानकारी नहीं दिए जाने की बात कही है। विदित हो कि सजहा वेयहाउस में वर्ष २०१६-१७ के दौरान वेयरहाउस शाखाा अनूपपुर द्वारा ८७० क्विंटल चावल भंडारित किया गया था, जो अब पूरी तरह खराब हो चुका है। वहीं वर्ष २०१६-१७ में ही वेयरहाउस से लगभग २३ हजार क्विंटल चावल की चोरी हो गई थी। जबकि वर्ष २०१८-१९ में तीन ट्रक चावल का खेप रास्ते से ही गायब हो गए थे। वहीं २०१९-२० के दौरान भंडारित किए गए २० हजार क्विंटल गेहूं पूरी तरह कीटग्रस्त होकर आटा फॉरमेशन में तब्दील हो गया।
बॉक्स: हितग्राही खाद्यान्न मामले में थे सुर्खियों में
बिसाहूलाल सिंह का नाम वर्ष २०१८ के दौरान हितग्राही खाद्यान्न उठाव के दौरान सुर्खियों में आया था, जिसमें परिवार की महिला सदस्य द्वारा राशन कार्ड के माध्यम से ३५ किलो अनाज का उठाव किया जा रहा था। जिसपर बाद में उनके नाम को कटवाया गया था।
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