यहां कॉलरी ने किसानों से ले ली जमीन, रोजगार और पुनर्वास योजना में कर रहे आनाकानी
849 में 450 को नौकरी, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने 1487.512 हेक्टेयर भूमि का किया अधिग्रहण
अनूपपुर
Published: May 09, 2022 11:58:32 am
अनूपपुर। एसईसीएल जमुना कोतमा के आमाडांड खुली खदान परियोजना से प्रभावित ग्राम टिमकीटोला में प्रबंधन ने रोजगार पुनर्वास नीति तथा मुआवजा वितरण नहीं किया है। जिसे लेकर किसान लगातर विरोध जता रहे हैं। प्रबंधन द्वारा टिमकी टोला के पी 7 हिस्सा जिसमें सभी भूमियों का अधिग्रहण भी अब तक प्रबंधन द्वारा नहीं किया गया है। और इस पर मिट्टी हटाने तथा कोयला उत्खनन करने के लिए दिलीप बिल्डकॉन कंपनी को 260 करोड का टेंडर भी जारी कर दिया है। जहां कंपनी बलपूर्वक कोयला उत्खनन कर रही है। जिसके विरोध में किसानों के द्वारा चिता सजाते हुए आत्मदाह की चेतावनी देने के साथ ही प्रशासन से इस पर कार्रवाई की मांग भी की जा चुकी है। इस प्रकरण में संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने लोकसभा में जानकारी दी है कि मप्र में जमुना-कोतमा क्षेत्र में वर्ष 2014 से 2018 तक साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड ने 1487.512 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया था। जिसमें 3 परियोजनाएं शामिल हैं। इनमें आमाडांड ओसीपी शामिल है। (जमुना 9 और 10 यूजी, अमृतधारा ओसीपी और आमाडांड ओसीपी) शामिल है। जोशी ने कहा कि आमाडांड ओसीपी में 699.94 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण के खिलाफ प्रदान किए जाने वाले रोजगार की कुल संख्या 849 है। इसमें से 399 रोजगार (रोजगार के बदले 3 मुआवजे सहित) और 450 रोजगार दिए गए हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि भूमि के विरुद्ध रोजगार एक सतत प्रक्रिया है। भूमि के स्वामित्व के प्रमाण, परिवार के लोगों (राज्य के राजस्व अधिकारी द्वारा विधिवत प्रमाणित), परिवार के सदस्यों की सहमति और दस्तावेजों के सत्यापन जैसे आवश्यक दस्तावेजों के साथ दावा हासिल होने के बाद, प्राथमिकता के आधार पर मामलों का निपटारा किया जा रहा है। लेकिन यहां किसान नेता शिव कुमार शर्मा का कहना है कि यहां १२ जून २००९ से खदान चालू हुआ था। पहले चरण में १८०० एकड़, दूसरे चरण में ११०० एकड़ भूमि का अधिग्रहण हुआ था। इसमें ८९९ किसानों को रोजगार पहले देना था। जिसमें ५०० रोजगार दिए जा चुके हैं। लेकिन पहले चरण में ३०० से ज्यादार किसान रोजगार से वंचित हैं। मुआवजा बाकी है। जबकि ७ किसानों पर प्रकरण भी दर्ज है। वहीं ४६ लोगों पर मामला दर्ज था उस पर खात्मा लग गया है। ५० से अधिक किसानों पर मामला दर्ज है। इस मामले को लेकर कक्का जी भी आंदोलन कर चुके हैं।
बॉक्स: पुनर्वास में ७३० को रोजगा देने का भी प्रबंध
किसानों का कहना है कि परियोजना में 699 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण ग्राम कुहका, निमहा, टिमकीटोला, आमाडांड के किसानों से की गई थी। जिस पर 899 लोगों को एसईसीएल के द्वारा रोजगार देना था। जिनमें से 516 लोगों को रोजगार तत्कालिक समय में प्रदान किया गया। जिस पर 64 लोगों को अब तक विभिन्न नियमों की आड़ में प्रबंधन द्वारा नौकरी से निकाला जा चुका है। प्रबंधन द्वारा पुनर्वास नीति के तहत 730 लोगों को रोजगार दिए जाने का प्रबंध किया गया था। जिसका भी पालन नहीं किए जाने के आरोप किसानों के द्वारा लगाए जा चुके हैं।
बॉक्स: कंपनी की शिकायत पर ९ के खिलाफ मामला दर्ज
मिट्टी हटाने के लिए दिलीप बिल्डकॉन कंपनी को इसका ठेका दिया गया है। जिसपर किसानों ने विरोध किया। इस पर कंपनी के कर्मचारियों की शिकायत पर 9 किसानों व उनके परिजनों के विरुद्ध रामनगर थाने में अपराध दर्ज किया जा चुका है। जिसको लेकर कोतमा विधायक ने थाने का घेराव कर अपराध खारिज करने की मांग की थी।
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