अनूपपुर। होली की फाग एवं डफली पर सुरों की साज के साथ सोमवार एवं मंगलवार को जिलेभर में रंगों का पावन पावन होली हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाया गया। अनूपपुर मुख्यालय सहित कोतमा, भालूमाड़ा, बदरा, राजनगर, बिजुरी, रामनगर, जैतहरी सहित पुष्पराजगढ़ के ग्रामीण अंचलों में दो दिनों तक रंगों का पर्व होली मनाई गई। जिसमें इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण अपना घर अपनी होली को ध्यान में रखते हुए शांति और सुरक्षा उपायों के बीच हर्षोल्लास के साथ रंगों का पावन पर्व मनाया गया। सडक़ों पर अधिकांशत: वीरानी ही पसरी रही। गलियों में सीमित संख्या में युवाओं, बच्चों और ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों ने होली खेला। खासकर छोटे बच्चों ने गुब्बारों में रंगीन पानी भरकर दूसरे पर उछालकर होली का भरपूर आनंद लिया। जिला मुख्यालय में रविवार २८ मार्च की रात से लेकर २९ मार्च की अहले सुबह तक होलिका दहन एवं रंग खेलने का माहौल बना रहा, जो दोपहर तक रंग गुलाल के साथ मनाया गया। इस मौके पर डफली की थाप पर दिनभर शहर और गांवों में फाग पर लोग थिरकते नजर आए। ग्रामीण क्षेत्रों में बहुरूपिया रूपों में लोगों ने नृत्य व गायन कर फाग का आनंद उठाया। जबकि होली के पर्व के साथ फागुन मास की समाप्ति तथा नववर्ष के शुभागमन को लेकर अधिकाशं लोगों ने सुबह ही स्नान कर मंदिरों में पूजा अर्चन भी किए। वहीं महिलाएं विभिन्न व्यंजनों के पकाने तथा परिजनों के साथ रिश्तेदारों को बधाई देने में जुटी रही। होली को देखते हुए प्रशासन ने भी कोरोना संक्रमण से बचाव में जगह जगह पुलिस बलों की तैनाती रही। और मोबाईल गश्त से क्षेत्र पर नियंत्रण रखा। वहीं होली पर्व के साथ बहन-भाई का पर्व भैया दूज का पर्व भी मंगलवार को उल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाईयों की तिलक व पूजन अर्चन कर उनकी लम्बी आयु के साथ सुख समृद्धि की कामना की। भाईयों ने भी अपनी बहनों को रक्षा शपथ के साथ उनके आंचल खुशियों की दामन से सजे रहे की कामना की। इस मौके पर भाईयों ने बहनों को उपहार भी दिया। —जैतहरी में भी हर्षोल्लास के साथ होली मनाई गई। होली के दिन लोग सुबह के समय रंग लेकर अपने घरों से निकल पड़े और एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाया। रंग और गुलाल से ओत-प्रोत युवक अपने दोस्तों के साथ नगर भ्रमण करते नजर आए। सडक़ किनारे छोटे-छोटे बच्चे पिचकारी में रंग भरकर आने जाने वाले लोगों पर रंग डालते रहे। इसके बाद लोगों ने डफली और टिमकी की थाप पर जमकर डांस किया। लोग रंग लगाकर होली की गीत पर थिरकते रहे। होली को लेकर सबसे ज्यादा छोटे बच्चों में उत्साह नजर आया। हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण प्रशासन के दिए निर्देश में नगरवासियों ने भीड़ से दूरी बनाई रखी। युवाओं की छोटी-मोटी टोली ही सडक़ों पर नजर आई।————-कोतमा। कोतमा में भी फाल्गुन मास के अंत में सतरंगी रंगों की बारिश और बुराई रूपी होलिका दहन के रूप में मनाई जाने वाली होली बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही रंग खेलने के लिए बच्चों की टोली सडक़ों पर उतर आई। वहीं बड़ो की टोली ने कोरोना से बचाव में सुरक्षा उपायों को अपनाते हुए होलिहारो की टोली में जमकर होली का आनंद लिया। इस दौरान पूरे नगर में 2 दिनों तक होली का खुमार छाया रहा। रंगों के त्योहार पर मुस्लिम भाईयों ने भी रंग लगाकर भाई चारे का संदेश दिया। वहीं हुड़दंगियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस का पुख्ता इंतजाम रही। पुलिस अधिकारी नगर के गलियों में घूम घूमकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। दो दिवसीय होली के कारण दो दिन तक कोतमा की व्यवसायिक प्रतिष्ठानें बंद रही।——- मां नर्मदा उद्गम स्थल अमरकंटक में भी धूमधाम व शांति पूर्वक रंगों का त्योहार होली मनाया गया। होलिका दहन का उत्सव श्री मार्कंडेय आश्रम व विभिन्न आश्रमों तथा नगर के प्रमुख स्थानों पर किया गया। धुडेडी के दिन मां नर्मदा के मंदिर में फाग गाकर बड़े उत्साह से होली का आयोजन हुआ। कार्यक्रम मेंं नगर के प्रमुख आश्रम शांति कुटी के श्री महंत रामभूषण दास ने मंदिर के पुजारियों एवं श्रद्धालुओ को रंग व गुलाल लगाकर शुभ आशीर्वाद प्रदान किए। नर्मदा मंदिर पुजारी वंदे महाराज ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस साल भी होली मां नर्मदा मंदिर प्रांगण में उत्साह पूर्वक मनाया गया। इस दिन नगर के गणमान्य नागरिग, भक्तजन ने नर्मदा दर्शन बाद फाग, गुलाल का भरपूर आनंद लेते है। मां नर्मदा की आरती व भोग बाद कार्यक्रम समाप्त होता है। शेष नगर में रंग गुलाल दोपहर तक खेला जाता है। उन्होंने बताया कि यह होली रंग पंचमी तक चलता रहेगा। [typography_font:18pt;” >—————————————