अनूपपुर

रात भर नगर में होता है रेत चोरी का खेल, जंगल में कर रखा था अवैध भंडारण

नदियों को छलनी कर रहे रेत माफिया

अनूपपुरJul 16, 2019 / 04:50 pm

amaresh singh

रात भर नगर में होता है रेत चोरी का खेल, जंगल में कर रखा था अवैध भंडारण

कोतमा। बारिश के साथ ही खनन माफियाओ ने रेत चोरी को लेकर बडा नेटवर्क तैयार कर रखा है। नगर मे पूरी रात जीवन दायनी केवई नदी से रेत चोरी का सिलसिला चलता है। अफसरो की मिलीभगत के कारण दिन रात नदियो मे खनन हो रहा है।

अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं
साथ ही जगह-जगह रेत का अवैध भंडारण किया जा रहा है। प्रशासन से मिली खुली छूट के बाद माफियाओ द्वारा बडी मात्रा मे रेत निकाली जा रही है। एक ओर रात-दिन धडल्ले से रेत चोरी का खेल जारी है बावजूद इसके कोई प्रभावी कार्यवाही नही की जा रही है। जिससे अधिकारियो की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे है। रेत ठेकेदार ने तो जंगल को भी नही छोडा और वन विभाग से सेटिंग कर सैकडो ट्राली रेत जमा कर दी। केवई नदी किनारे वन भूमि कक्ष 464 कल्याणपुर के जंगल मे बारिश पूर्व रेत कारोबारी अशोक त्रिपाठी द्वारा सैकडों ट्राली रेत का अवैध भंडारण किया गया था। जिसे बाजार मे 2500 से 3000 के महंगे दामों पर बेचा जा रहा था। मीडिया के द्वारा मामला सामने लाने पर सीसीएफ द्वारा प्रभारी अधिकारी सहित फारेस्टर एंव बीटगार्ड को निलंबित करते हुए लाखो की रेत जब्त कराते हुए ठेकेदार के खिलाफ वन अपराध दर्ज कराया।


यहां होता है अवैध खनन
नगर के समीप चंगेरी घाट, जमुडी घाट, पैरीचूआ बमूर घाट, कटकोना घाट, बिछली घाट, पकारिया नाला, झुरही नाला, पथरौडी घाट, सन्यासी घाट सहित ग्रामीण क्षेत्रो से बडे पैमाने पर अवैध रेत का खनन हो रहा है। सूत्रो के अनुसार इमली घाट मे प्रतिदिन 2 दर्जन से ज्यादा टै्रक्टरो के माध्यम से केवई को छलनी करने पर माफिया अमादा है उक्त रेत चोरी का काला खेल पूरी रात चलता है जहां पुलिस गश्त भी होती है।इस संबंध मेंं कोतमा के एसडीओपी एसएन प्रसाद ने कहा कि अवैध खनन के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है। स्वयं गश्त कर खनन कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। डीएफओ जेएस भार्गव ने कहा कि रेत के अवैध भंडारण मामले में दोषियों पर कार्यवाही कर जांच की जा रही है।

Home / Anuppur / रात भर नगर में होता है रेत चोरी का खेल, जंगल में कर रखा था अवैध भंडारण

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.