इस जिले में साप्ताहिक जनसुनवाई में विभागीय प्रतिनिधि की नहीं होगी एंट्री, प्रमुख की उपस्थिति अनिर्वाय
विभाग प्रमुखों की मनमानी पर शिकंजा: दो विभागीय अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नोटिस जारी, कलेक्टर ने आवेदकों की सुनी समस्याएं
अनूपपुर
Published: April 06, 2022 12:09:42 pm
अनूपपुर। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रति मंगलवार आयोजित होने वाले साप्ताहिक जनसुनवाई कार्यक्रम में कलेक्टर उस समय नाराज हो गई, जब विभागीय अधिकारियों की जगह कुछ विभागों के प्रतिनिधि आवेदकों की समस्याएं सुनने कार्यक्रम में शामिल हुए। जिसके बाद कलेक्टर ने विभाग प्रमुखों को सख्त चेतावनी देते हुए उनकी ही उपस्थिति जनसुनवाई में अनिवार्य कर दी। साथ ही कहा कि साप्ताहिक जनसुनवाई के दौरान किसी भी विभाग के प्रतिनिधि कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। आवेदकों की समस्याओं और उनके निराकरण व संतुष्टि के लिए विभाग प्रमुखों की ही उपस्थिति अनिवार्य होगी। वहीं ५ अप्रैल को साप्ताहिक जनसुनवाई के दौरान दो विभागों के अधिकारी अनुपस्थित पाए गए, जहां आवेदकों की समस्या निराकरण में अधिकारियों को दी गई आवाज पर कोई जवाब नहीं आने पर नाराजगी जताते हुए दोनों विभागीय अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। विदित हो कि इससे पूर्व भी कलेक्टर सोनिया मीणा ने साप्ताहिक जनसुनवाई में अधिकारियों की अनुपस्थिति और आवेदकों के लंबित प्रकरणों पर नाराजगी जताते हुए विभागीय जनप्रतिनिधि के साप्ताहिक जनसुनवाई में प्रवेश पर पाबंदी लगाई थी। और विभाग प्रमुख के बिना सूचना अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी। लेकिन इसके बाद भी विभागीय अधिकारियों द्वारा बिना सूचना जनसुनवाई से अनुपस्थित रहना शुरू कर दिया था। बताया जाता है कि इसके पूर्व भी दो विभागीय अधिकारी के खिलाफ नोटिस जारी किया गया था। वहीं ५ अप्रैल को आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई में सहकारिता विभाग और डब्ल्यूडीआरडी अधिकारी के अनुपस्थिति पर नोटिस जारी किया गया है। मंगलवार को आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई में १८ आवेदन सम्मिलित किए गए, जिसमें ५ पोर्टल पर शेष १३ को विभागीय अधिकारियों से तत्काल निराकरण करने निर्देशित किया गया है।
बॉक्स: ट्रक ड्राइवर क्लीनर श्रमिक संघ ने शोषण का लगाया आरोप
साप्ताहिक जनसुनवाई के दौरान ट्रक ड्राइवर क्लीनर श्रमिक संघ शहडोल रीवा संभाग अनूपपुर ने कलेक्टर को शिकायत पत्र सौंपते हुए बताया कि एसईसीएल आमाडांड खुली खदान के ठेका मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। उप निदेशक विनोद रजक द्वारा २७ फरवरी २०२१ को जमुना कोतमा क्षेत्र आमाडांड खुली खदान परियोजना का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान खदान में हो रहे उल्लंधन का विवरण उप निदेशक द्वारा उल्लेखित किए गए हैं और सही करने का आदेश भी दिया था। लेकिन इस संदर्भ में आज तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। खदान में करीब २०० मजदूर काम करते हैं, पर एलपीसी में ५० मजदूरों का भी नाम नहीं है। ३० दिन कार्य में उपस्थित होने के बावजूद १५ दिन का पेमेंट दिया जाता है। ड्राइवरों और मजदूरों पर हो रहे शोषण के खिलाफ पत्र के माध्यम से संगठन द्वारा कई बार खान प्रबंधन को अवगत कराया गया है। लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
बॉक्स: हैवी ब्लास्ट से घरों में पड़ी है दरार, बारिश में रहने लायक भी नहीं मकान
बकही गांव निवासी रोहित गुप्ता ने शिकायत करते हुए बताया कि कॉलरी के द्वारा लगातार हैवी ब्लास्टिंग से मेरा मकान जर्जर हो गया है और जगह बड़ी-बड़ी दरार पड़ गई है। बर्षा के समय घर रहने लायक तक नहीं रह गया है। कॉलरी प्रबंधन को पूर्व में शिकायत की गई थी, जिसमें कॉलरी प्रबंधन द्वारा सुधारने और हर्जाने की बात कही गई थी। लेकिन उसके बाद आज तक कोई मदद नहीं मिली है। ऐसी स्थिति में हम बेघर हो जाएंगे।
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इस जिले में साप्ताहिक जनसुनवाई में विभागीय प्रतिनिधि की नहीं होगी एंट्री, प्रमुख की उपस्थिति अनिर्वाय
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