सड़क, बिजली और पानी को मोहताज हैं काली बस्ती के बैगा
अनूपपुरPublished: Nov 04, 2017 05:16:27 pm
मामला राजनगर मे निवासरत बैगा जाति के लोगों का
Kali Basti Ki Baga craving for road electricity and water
कोतमा. आजादी के 6 दशक बाद भी कोयलांचल क्षेत्र के राजनगर (बनगंवा) पंचायत के टीपी लाईन दफ ाई एवं काली बस्ती के लोगों को मूलभूत सुविधा पानी, सड़क एंव बिजली के से वंचित रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। टीपी लाईन दफाई जहंा 2 दर्जन से ज्यादा संरक्षित जाति बैगा के लोग वर्षों से निवासरत हंै जो आज भी काला पानी पीने के लिए विवश हैं साथ ही बस्ती मे सड़क भी जर्जर एंव खस्ताहाल मे है।
नागरिकों को सुबह से पानी के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है, जो डब्बा लेकर एक किलोमीटर दूर नाले से काला पानी लाना पड़ता है। जिससे आधा दिन गुजर जाता है। बस्ती मे एक पुराना कुआं निर्मित है जो कि पूरी तरह सूख चुका है वह भी आदिवासी बहुल्य बस्ती के लोगों को मुंह चिढा रहा है। इनके विकास के लिए प्रशासन भी आंख मूंदकर बैठा है।
एक ओर शासन द्वारा साफ पानी मुहैया कराने के लिए नल-जल योजना के माध्यम से करोड़ो रुपये खर्च करते हुये हर घरो मे पाईप लाईन के माध्यम से पानी प्रदान करने को लेकर प्रयासरत है। लेकिन स्वतंत्र भारत के 70 वर्षों बाद भी वहां के लोग स्वच्छ पानी के लिए ललायित हंै। हालात इतने बदतर हैं कि 1 हजार की आबादी को कालरी द्वारा छोड़ गये काला व दूषिात पानी के उपयोग को विवश हंै। नागरिकों ने क्षेत्रीय विधायक एंव प्रशासन से पानी की सुविध प्रदान करने की मांग की गई है।
इधर पुलिया निर्माण में अनियमितता की शिकायत
कोतमा. जनपद पंचायत अनूपपुर अंर्तगत ग्राम पकरिहा में पंचायत के द्वारा पुलिया निर्माण का कार्य करवाया जा रहा है, जो गुणवत्ता विहीन बनाए जाने का आरोप स्थानीयजनों ने लगाते हुये जिला प्रशासन सहित सीईओ के पास की गई है।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत पकरिहा के वार्ड 14-15 में पंचायत के द्वारा पंच परमेश्वर योजना से पुलिया का निमार्ण का कार्य लगभग दो लाख रुपए की लागत से करवाया जा रहा है। जो तय मानकों के अनूरुप काम नही किया जा रहा। आरोप लगाया है कि इस्टीमेट के अनुसार कार्य नही करवाया जा रहा है। बनाए गये मसाले मे रेता ही रेता ज्यादा नजर आ रहा है लोहे की छड़ भी तय मानक से पतली लगाई जा रही है। बिना जाली बनवाए ही कार्य करवाया जा रहा है। साथ ही दीवाल की बेस मिट्टी से बनाई जा रही है। जिससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है, निर्माण के बाद कितने दिन चल पाएगा।
ग्रामीणों ने जनपद पंचायत अनूपपुर के सीईओ से लिखित में की है। ग्रामीणों ने आरोपित किया है कि अगर इसी प्रकार पुलिया का निर्माण कार्य इसी तरह से करवाया गया तो भविष्य में पुलिया कभी भी ध्वस्त हो सकी है गुणवत्ता की जांच कर हो रहे निर्माण कार्य को रोके जाने की मांग ग्रामीणों ने की है। राजेश साहू, श्याम बिहारी, प्रदीप कुमार द्विवेदी, मनोज कुमार साहू, जागेश्वर प्रसाद साहू, चन्द्रभान, देवेन्द्र केमार श्याम कुमार साहू आदि ने लिखित में शिकायत की है।