रविवार को भी बिजली ने किया परेशान
अनूपपुर. फीडर सेप्रेशन की समस्या से जूझ रहे बिजली विभाग अनूपपुर उपकेन्द्र रविवार की शाम से लगातर अंधियारे में तब्दील होता रहा। इसमें नगरीय क्षेत्र अनूपपुर सहित आसपास के 54 गांवों में भी यह अंधेरा हावी रहा। जबकि रविवार 12 जनवरी की सुबह 5 बजे से 9.30 बजे तक लगभग साढे चार घंटे का ब्लैक आउट जैसी स्थिति बनी रही। बिजली की अघोषित कटौती में नगरपालिका अनूपपुर के ४ हजार घरों तक जलापूर्ति नहीं हो सकी। जिसके कारण नगर के लगभग 18 हजार की आबादी पानी के लिए तरसते नजर आए। वहीं नपा के पास अपर्याप्त पानी टैंकर से की गई जलापूर्ति में अधिकांश वार्डो में पानी पहुंच नहीं सका। लगभग 10 बजे के आसपास बिजली आपूर्ति के बाद जलापूर्ति सामान्य हुई। लेकिन इस दौरान पूरी नगरीय जनजीवन पानी के लिए त्रस्त नजर आई।
अनूपपुर. फीडर सेप्रेशन की समस्या से जूझ रहे बिजली विभाग अनूपपुर उपकेन्द्र रविवार की शाम से लगातर अंधियारे में तब्दील होता रहा। इसमें नगरीय क्षेत्र अनूपपुर सहित आसपास के 54 गांवों में भी यह अंधेरा हावी रहा। जबकि रविवार 12 जनवरी की सुबह 5 बजे से 9.30 बजे तक लगभग साढे चार घंटे का ब्लैक आउट जैसी स्थिति बनी रही। बिजली की अघोषित कटौती में नगरपालिका अनूपपुर के ४ हजार घरों तक जलापूर्ति नहीं हो सकी। जिसके कारण नगर के लगभग 18 हजार की आबादी पानी के लिए तरसते नजर आए। वहीं नपा के पास अपर्याप्त पानी टैंकर से की गई जलापूर्ति में अधिकांश वार्डो में पानी पहुंच नहीं सका। लगभग 10 बजे के आसपास बिजली आपूर्ति के बाद जलापूर्ति सामान्य हुई। लेकिन इस दौरान पूरी नगरीय जनजीवन पानी के लिए त्रस्त नजर आई।
खासकर सुबह के समय स्कूल जाने वाले बच्चे और नौकरी पेशा से जुड़े लोग। बिजली विभाग के अनुसार सुबह बस्ती स्थित बिजली के तारों पर पेड़ की डाली गिर जाने के कारण नगरीय क्षेत्र में फॉल्ट बन आया, जिसमें नगर सहित आसपास के गांवों की बिजली आपूर्ति भी बंद कर दी गई। वहीं रविवार की शाम को भी बारिश के दौरान चली हल्की तेज हवाओं में फॉल्ट की समस्या बनती रही। कारण कुछ भी हो लेकिन बारिश की हल्की बौछार में ही बिजली विभाग की व्यवस्थाओं की पोल खुलकर सामने आ गई। लोगों का कहना है कि अगर वर्तमान में यह स्थिति बनती है तो बारिश के दौरान क्या स्थिति बनेगी।
विदित हो कि शहडोल सम्भाग में अटल ज्योति योजना के तहत जिले में 24 घंटे बिजली उपब्धता के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग से फीडर लाईन आरम्भ करने की बात दुहराई गई थी, ताकि फीडर सेप्रेशन में फॉल्ट की समस्या आने पर अधिक उपभोक्ताओं को बिना बिजली आपूर्ति बंद कराए नगर और ग्रामीण क्षेत्रों को अलग अलग सुरक्षित बिजली आपूर्ति कराया जा सके।
लेकिन अनूपपुर जिले में 8 सालों बाद भी यह व्यवस्था नहीं बनाई जा सकी। कार्यपालन यंत्री बिजली विभाग प्रदीप गेडाम का कहना है कि जिले में फीडर सप्रेशन नहीं होने के कारण यह समस्या लगातार बनी रहती है। विदित हो कि अनूपपुर उपकेन्द्र में अनूपपुर नगर के 15 वार्ड सहित आसपास के 54 गांव शामिल है। जिसमें बिजली आपूर्ति के लिए तीन दशक पुरानी बिजली के तारों तथा खम्भों पर बिजली आपूर्ति कराई जा रही है। इसमें नगरीय क्षेत्र के ही अधिकाशं वार्डो में जमीन के अभाव में बिजली के तार पेड़-पौधों के बीच से गुजरी है। जहां थोड़ी सी हवा के झोंके में फॉल्ट की समस्या बन आती है।
इनका कहना है
कार्यपालन यंत्री बिजली विभाग पीके गेडाम के मुताबिक बस्ती सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़ की डाली बिजली के तार पर गिर आई थी, जिसमें फॉल्ट के कारण बिजली की कटौती की गई। हालंाकि रात के दौरान भी तेज हवाओं में फॉल्ट बनता रहा।
कार्यपालन यंत्री बिजली विभाग पीके गेडाम के मुताबिक बस्ती सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़ की डाली बिजली के तार पर गिर आई थी, जिसमें फॉल्ट के कारण बिजली की कटौती की गई। हालंाकि रात के दौरान भी तेज हवाओं में फॉल्ट बनता रहा।