अनूपपुर। शरद महोत्सव की पूर्व संध्या पर १९ अक्टूबर की शाम एक्सीलेंस स्कूल परिसर अनूपपुर में भारतीय शास्त्रीय नृत्य संध्या का आयोजन किया गया, जहां कलेक्टर ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इस मौके पर कलेक्टर ने कहा कि भारतीय शास्त्रीय नृत्य हमारे भारत की प्रसिद्ध नृत्य शैली है। नृत्य मानवीय अभिव्यक्तियों का एक रसमय प्रदर्शन व सार्वभौम कला है। जिसका जन्म मानव जीवन के साथ हुआ है। दक्षिण भारत में कुचिपुडी व उत्तर भारत में शास्त्रीय नृत्य की प्रसिद्धि है। पर्यटन, कला और संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजन जरूरी है। कार्यक्रम की शुरूआत अईगिरी नंदनी नंदिता मेदिहनी विश्व विनोदनी, नन्दनऊटे गिरीवर विन्ध्य सरोधनी वासिनी.. जया जया हे महिषासुर मर्दिनी जैसी अलग-अलग शास्त्रीय नृत्य कुचिपुडी पर आधारित कोलकाता की कलाकारा अयाना मुखर्जी द्वारा प्रस्तुत किया गया। अयाना मुखर्जी ने चार विधाओं में अपने नृत्य की प्रस्तुति दी। वहीं थाली की धार पर खड़े होकर प्रस्तुत नृत्य मुद्राओं को दर्शकों ने प्रशंसा की। वहीं दूसरी ओर युगल कथक कलाकार मानसी शर्मा व इशिता लाल ने राजराजेश्वरी अष्टकम रानी रूपमति एवं बाज बहादुर की कथा, मीरा भजन और मोक्ष की मुद्राओं को व्यक्त करते हुए प्रस्तुति दी। कथक कलाकार मानसी शर्मा ने एकल प्रस्तुति दी। कार्यक्रम जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद व रजा फाउंडेशन तथा प्रणाम मप्र द्वारा पर्यटन, कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहित करने सैयद हैदर रजा जनशताब्दी वर्ष अंतर्गत आयोजित किया गया। इस अवसर पर अपर जिला सत्र न्यायाधीश भू-भास्कर यादव, पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल, जिपं सीईओ हर्षल पंचोली, अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, एसडीएम कमलेश पुरी, डिप्टी कलेक्टर विजय डेहरिया, महिला बाल विकास विभाग की सहायक संचालक मंजूशा शर्मा सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे। [typography_font:18pt;” >—————————————-