तुलसी कॉलेज में कमरों की पड़ गई कमी, प्रशासन दो पालियों में संचालित कराएगी कक्षाएं
अनूपपुरPublished: Jul 31, 2019 08:40:30 pm
छात्राओं की सुरक्षा बनेगी चुनौतियां
तुलसी कॉलेज में कमरों की पड़ गई कमी, प्रशासन दो पालियों में संचालित कराएगी कक्षाएं
अनूपपुर। जिले की अग्रणी शासकीय तुलसी महाविद्यालय आगामी १ अगस्त से दो पालियों में संचालित होगी। कॉलेज भवन में अध्यापन के लिए पड़ रहे कम कमरों के कारण दो पालियों में संचालन लिया गया है। जिसमें प्रथम पाली में विज्ञान, वाणिज्य संकाय तथा द्वितीय पाली में कला संकाय तथा स्नातकोत्तर की कक्षाएं होंगी। इसके लिए कॉलेज प्रशासन ने प्रथम पाली सुबह 7.45 बजे से 11.30 बजे तक तथा द्वितीय पाली सुबह 11.30 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित कराने का निर्णय लिया है। दो पालियों में कक्षाओं के संचालन की व्यवस्था तुलसी महाविद्यालय के इतिहास में जुलाई १९७२ की स्थापना के बाद पहली बार होगा, जहां लगभग २ हजार छात्र-छात्राएं विभिन्न विषयों के साथ दो पालियों में अपना अध्यापन कार्य पूर्ण करेंगे। कॉलेज प्रशासक का कहना है कि इसके अलावा उनके पास अन्य कोई विकल्प नहीं है। कॉलेज प्राचार्य डॉ. परमानंद तिवारी ने बताया कि महाविद्यालय भवन में अध्यापन कार्य के लिए कमरे कम पड़ रहे है। वर्तमान में पूरे कॉलेज परिसर में विभागीय कार्यालय व लैब के कमरों को छोडक़र शेष १६ कक्षाएं उपलब्ध है, जहां स्नातक से स्नात्तोतर की समस्त कक्षाओं के लिए लगभग ३० कक्षों की जरूरत है। कॉलेज में उपलब्ध कमरों से कक्षाओं की संख्या अधिक को देखते हुए शिक्षण व्यवस्थाएं सुचारू बनाने के लिए1 अगस्त से कॉलेज 2 पालियों में चलाया जाएगा। ताकि अधिक से अधिक कक्षाओं का संचालन कर छात्रों के पाठ्यक्रम को पूर्ण कराने का प्रयास किया जा सके। फिलहाल कम कमरों के कारण अधिकांश कक्षाएं एक दूसरे के साथ समायोजित कर संचालित कराई जा रही थी या फिर छोड़ दिए जाते थे। कॉलेज में स्नातक से स्नात्तोतर के लिए २ हजार छात्र नामित होते हैं। इस वर्ष भी विभिन्न श्रेणियों के प्रथम वर्ष के लिए लगभग ८६० छात्रों का नामांकन किया जाना निर्धारित है। जिसमें ४६० छात्रों का नामांकन हो चुका है। इनमें बीए के लिए निर्धारित २५० छात्रों में १२० छात्रों, बीएससी के लिए१५० छात्रों में ९४ छात्र, बीकॉम के१०० में ४७ छात्र, तथा पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए ३६० छात्रों में २०० छात्र नामांकन हो चुका हैं, शेष के नामांकन का कार्य जारी है। वहीं २ हजार छात्रों के लिए कॉलेज में एमए प्रथम व द्वितीय वर्ष के लिए १० कक्षाएं, बीए बॉटनी और कमेस्ट्रिी के लिए ४ कक्षाएं, कॉमर्स के लिए ४ कक्षाएंंंं, बीएससी बॉयो व गणित के लिए ६ कक्षाएं, बीए के लिए ३ कक्षाएं तथा बीकॉम के लिए तीन कक्षाओंं सहित कुल ३० कक्षाओं की आवश्यकता है। लेकिन इनके लिए मात्र आधी संख्या में कमरे उपलब्ध है। विदित हो कि जिला मुख्यालय अनूपपुर में तुलसी महाविद्यालय की स्थापना जुलाई १९७२ में हुआ था जिसमें प्रथम वर्ष मात्र ३५ छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लेकर कॉलेज की बुनियाद खड़ी की थी।
बॉक्स: छात्राओं की सुरक्षा बनेगी चुनौतियां
भले ही कॉलेज प्रशासक ने व्यवस्थाओं के आधार पर दो पालियों में कक्षाओं के संचालन के निर्देश दिए है, लेकिन शाम ५ बजे कक्षा समाप्त होने पर कॉलेज से घर वापसी करने वाली छात्राओं की सुरक्षा उनकी चुनौतियों के रूप मे ंसामने आएगी। शाम को वाहनों की असुविधाओं के साथ रेलवे-स्टेशन और बस स्टंैड की दूरी के कारण छात्राएं बिना कक्षाएं किए वापस होने को विवश होगी। छात्राओं का कहना है कि अगर कॉलेज प्रशासक परिवहन की सुविधा कर दें तो हद तक समस्याएं कम हो जाएगी। कॉलेज शिक्षकों का मानना है कि जनभागीदारी व शासकीय व्यवस्थाओं पर बसों की उपलब्धता कर बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन तक छात्रों को सुविधाएं प्रदान की जा सकती है। इससे जैतहरी मार्ग की ओर जाने वाली छात्राएं भी शाम तक कक्षाएं बेहिचक कर घर वापसी कर सकेगी।