अनूपपुर। कोतमा अनुविभाग राजस्व अधिकारी ऋषि सिंघई के यहां ११-१२ सितम्बर को हुई चोरी के मामले में बंगले में काम करने वाले मजदूर से पुलिस द्वारा लगातार की जा रही पूछताछ से परेशान युवक ने १९सितम्बर को खुदकुशी करने का प्रयास किया, जहां पुलिस के द्वारा प्रताड़ित किए जाने के आरोप लगाते हुए परिजनों द्वारा रविवार को कोतमा थाने में धरना प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की गई। वहीं घटना के बाद युवक का इलाज स्वास्थ्य केन्द्र में जारी है। बताया जाता है कि कोतमा एसडीएम के यहां मजदूर का कार्य करने वाले पूरन केवट उर्फ सनी की मां रामरति केवट पति खेल्लु केवट के द्वारा रविवार को कोतमा थाने में शिकायत दर्ज कराया गया, जिसमें बताया कि उसका बेटा एसडीएम बंगले पर मजदूरी का कार्य करता है। मंगलवार को कोतमा एसडीएम के बंगले से सोने का आभूषण चोरी हो गया था। जिस मामले पर पिछले 3 दिनों से पुलिस के द्वारा बिना नामजद शिकायत के उसे सुबह से देर रात तक थाने में बैठाए रखा जाता था। रविवार को पुलिस के द्वारा रामरति केवट की पुत्री कमला केवट पति बबलू केवट जिसका विवाह शहडोल जिले में हुआ के घर पर भी पुलिस के द्वारा बिना किसी आधार के पहुंचते हुए चोरी की जांच करते हुए घर की तलाशी ली गई। जिसके बाद रामरति केवट के दामाद के द्वारा इस पर अपमानित महसूस करते हुए अपनी पत्नीमायके में फोन कर इस पर विरोध जताया गया था। जिसके बाद अपने जीजा के द्वारा कही गई बातों को सुनकर बहन के ससुराल में उसकी वजह से हो रहे कलह पर खुद को कसूरवार मानते हुए अपने घर के रसोई में फांसी का फंदा लगाकर जान देने का प्रयास किया। जिस पर मां रामरति केवट के द्वारा चीख-पुकार किए जाने पर पड़ोसियों के द्वारा मदद के लिए पहुंचकर दरवाजा तोड़ते हुए युवक को बचाया गया है। तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया। जानकारी नगरवासियों को होने पर पीडि़त परिवार के साथ थाने पर धरना प्रदर्शन करते हुए एसडीएम कोतमा के इशारे पर परेशान किए जाने के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।बॉक्स: एसडीएम और पुलिस पर कार्रवाई के लिए घंटों जमे रहे लोगकोतमा एसडीएम एवं कोतमा पुलिस के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उनके बंगले पर कार्य करने वाले श्रमिक को शक के आधार पर परेशान करने के आरोप परिजनों एवं नगर वासियों द्वारा लगाते हुए कार्रवाई की मांग की गई है। बताया जाता है कि एसडीएम के यहां लगभग ५ लाख रूपए के सोने के जेवरात चोरी हो गए थे, जिसमें एसडीएम द्वारा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी।वर्सन: महिला के द्वारा एसडीएम के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई गई है। जिन पर कार्रवाई का अधिकार कलेक्टर को होता है। शिकायत को कलेक्टर के यहां कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा। लिखित शिकायत के आधार पर ही पुलिस के द्वारा बताए गए संदेहियों को बुलाते हुए पूछताछ की जा रही थी। शिवेंद्र सिंह बघेल, एसडीओपी कोतमा।[typography_font:18pt;” >————————————————