पांच सालों से प्रेम प्रसंग; शादी का रखा प्रस्ताव तो गला घोंट कर दी प्रेमिका की हत्या, सायकल पर शव लाद जंगल में कर दिया दफन
पांच सालों से प्रेम प्रसंग; शादी का रखा प्रस्ताव तो गला घोंट कर दी प्रेमिका की हत्या, सायकल पर शव लाद जंगल में कर दिया दफन
पांच सालों से प्रेम प्रसंग; शादी का रखा प्रस्ताव तो गला घोंट कर दी प्रेमिका की हत्या, सायकल पर शव लाद जंगल में कर दिया दफन
सप्ताह बाद परिजनों ने दर्ज कराई गुमशुदगी, पुलिस ने लापता युवती की हत्या का ढूढ़ निकाला रहस्य
अनूपपुर। भालूमाड़ा थाना के लतार गांव में पिछले पांच सालों से गांव के ही एक ३९ वर्षीय युवक के साथ चली आ रही प्रेम प्रसंग की कहानी में ३ जुलाई की रात युवती द्वारा शादी के रखे प्रस्ताव पर प्रेमी युवक रामलाल कोल पिता मोहन लाल कोल ने १९ वर्षीय प्रेमिका निवासी लतार की गला घोंट उसकी हत्या कर दी। पुलिस से बचने आरोपी ने शव को ठिकाने लगाने बोरी में लाश डाल अपने ***** के साथ सायकल पर लाद गांव से छह किलोमीटर दूर जंगल में बह रहे नाले के किनारे शव को दफन भी कर दिया। एक सप्ताह तक युवती के घर नहीं लौटने पर ममेरा भाई थानू यादव जपं सदस्य पति के सहयोग से बहन की लापता होने की सूचना थाने में दर्ज कराई। जिसमें इस बात का जिक्र किया गया कि ३ जुलाई को युवती शासकीय राशन की दुकान से राशन लेकर रामलाल कोल के घर गई थी, जिसके बाद से वह लापता है। पूर्व के सम्बंधों को लेकर पुलिस और ग्रामीणों की शंका रामलाल कोल पर बनी और पूरी रणनीति के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या के अनबूझे पहलू से मौत का पर्दा हटाया। गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस के समक्ष युवती की हत्या करने की बात कबूल की, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी रामलाल कोल के साथ उसे ***** कमलेश कोल को भी आरोपी बनाते हुए हत्या का मामला दर्ज किया।। इस घटनाक्रम पर गुरूवार १९ जुलाई को पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह ने प्रेसवार्ता आयोजित कर युवती की हत्या की गुत्थी से पर्दा हटाया। एसपी ने बताया कि युवती का सम्बंधित आरोपी रामलाल कोल के साथ पिछले पांच वर्षो से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती के घर में एक दिव्यांग भाई के अलावा माता पिता नहीं हैं। भाई भी मानसिक अस्वस्थ्य है जिसका फायदा उठाते हुए आरोपी रामलाल कोल ने किशोरावास्था से ही शादी का झांसा देकर उसका दैहिक शोषण करता रहा। किशोरी का आरोपी रामालाल कोल के घर आना-जाना भी लगा रहता था। इस बात की जानकारी गांव में थी, लेकिन परिवार में किसी सदस्य के नहीं होने के कारण ग्रामीणों ने इसपर ध्यान नहीं दिया। ३ जुलाई को युवती राशन दुकान से राशन खरीद रामलाल कोल के घर गई, जहां से वापसी नहीं की। घर वापसी नहीं होने पर एक सप्ताह बाद १० जुलाई को युवती का ममेरा भाई थानू यादव व जपं सदस्य माया चौधरी के पति मोहन चौधरी ने युवती की गुमशुदगी की सूचना भालूमाड़ा थाना में दर्ज कराई। थाना प्रभारी आरके वैश्य के अनुसार हत्या के दिन पूर्ण रणनीतियों में आरोपी ने अपने ***** कमलेश को खाद, बीज के बहाने गांव बुलाने के साथ साथ प्रेमिका को भी घर बुलाया था, जहां रात के दौरान सो रही पत्नी और तीन बच्चों को छोडक़र अन्य कमरे में सो रही प्रेमिका का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और लाश को बोरी में डाल ***** के साथ सायकल पर डाल जंगल की ओर निकल पड़ा। ग्रामीणों को पूर्व से ही रामलाल कोल के उपर शंका बनी हुई थी। जहां पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के बाद आरोपी गांव छोडक़र फरार हो गया था। इस मामले में कुछ ग्रामीणों व जपं सदस्य के पति ने आरोपी पर निगरानी रखी। वहीं आरोपी के ससुराल में यह संवाद भेजवाया कि उसकी पत्नी को पुलिस पकड़ ले गई है। जिसके बाद आरोपी ससुराल से गांव आया, लेकिन पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से उसे धुरवासिन तिराहे के पास पकड़ लिया। पुलिस को बरगलाने आरोपी दिनभर शव की तलाश में इधर-उधर घूमाता रहा। लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद आरोपी ने गांव से छह किलोमीटर दूर कोनीगडवा के जंगल में बह रहे नाले पास ले गया, जहां पुलिस ने आरोपी की निशादेही पर जमीन खोद युवती की सड़ी-गली लाश बाहर निकाली गई। बताया जाता है कि १८ जुलाई की शाम प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारियों के बीच निकाली गई युवती की लाश के अंतिम संस्कार के लिए अपनाने से ग्रामीणों ने इंकार कर दिया था। इस दौरान थाना प्रभारी सहित अन्य पदाधिकारियों की समझाईश के बाद परिजनों ने शव को लेकर अंतिम संस्कार कराया गया।
बॉक्स: टीम के सदस्यों को ५ हजार का इनाम
हत्या के मामले में पुलिस स्टाफ की प्रशंसा करते हुए एसपी ने 5000 का इनाम की घोषणा की है। जिसमें थाना प्रभारी आरके वैश्य, उपनिरीक्षक आस्तिक खान, एएसआई आरके शुक्ला, प्रधान आरक्षक चोखेलाल मलैया, आरक्षक रूपेश कुमार, करमजीत, शिवकुमार, कृपाल सिंह, संजय दिवेदी, विवेक त्रिपाठी शामिल हैं।