पत्रिका खबर पर कलेक्टर ने कहा अस्पताल की सुविधाओं में सुधार के लिए रोगी कल्याण समिति की करें बैठक
अनूपपुरPublished: Jan 07, 2019 08:55:58 pm
पत्रिका खबर पर कलेक्टर ने कहा अस्पताल की सुविधाओं में सुधार के लिए रोगी कल्याण समिति की करें बैठक
पत्रिका खबर पर कलेक्टर ने कहा अस्पताल की सुविधाओं में सुधार के लिए रोगी कल्याण समिति की करें बैठक
पूरी जानकारी एकत्र कर एक सप्ताह के अंदर बैठक सस्तुत करने के निर्देश दिए
अनूपपुर। अनूपपुर मुख्यालय स्थित जिला अस्पताल की बेपटरी होती व्यवस्थाओं पर पत्रिका के लगातार खबर पर अब कलेक्टर ने गम्भीर नजर आने लगे हैं। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने अस्पताल व स्वास्थ्य केन्द्रों में असुविधाओं पर गम्भीरता दिखाते हुए सुविधाओं की सुधार के लिए रोगी कल्याण समिति की बैठक जल्द करवाने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरपी श्रीवास्तव को दिए। यहीं नहीं कलेक्टर ने अपने निर्देश में स्पष्ट किया है कि अस्पतालों में स्टाफ की उपलब्धता, चिकित्सकीय उपकरणों की वस्तुस्थिति, साफ-सफाई एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं की वस्तुस्थिति की रिपोर्ट बनाकर क्षेत्र की आवश्यकतानुसार जरूरतों की सूची तैयार करें। ताकि बैठक में इन मांगो एवं संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर प्राथमिकताएं सुनिश्चित कर बजट आवंटित कराया जा सके। कलेक्टर ने जानकारी शीघ्र एकत्र कर एक सप्ताह के अंदर बैठक सस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। विदित हो कि जिला अस्पताल सहित अन्य सीएचसी व पीएचसी स्वास्थ्य केन्द्रों पर डॉक्टरों की कमी के साथ संसाधनों के अभाव में उपचार कराने आने वाले मरीजो ंको परेशानियों का सामना करना पड़ रह है। जिला अस्पताल में संसाधनों के बाद भी स्टाफों की कमी तथा प्रशासकीय अव्यवस्था के कारण मरीज उपचार के लिए तरस रहे हैं। इस सम्बंध में पत्रिका ने ७ जनवरी को ‘ सोनोग्राफी सेंटर पर लगा ताला मरीजों का बढ़ा रहा दर्द, एक स्टे्रचर पर जिला अस्पताल गोद में उठाकर अंदर ले जा रहे मरीज शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था। इससे पूर्व १ जनवरी को भी पत्रिका ने वेंटीलेटर पर जिला अस्पताल खबर प्रकाशित कर अस्पताल की वास्तविकताओं से प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया था। जिसमें अस्पताल परिसर के अंदर पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ी नाली तथा पास संचालित सामान्य वार्ड के मरीजों को होने वाले संक्रमण, प्रसव या सामान्य सोनोग्राफी के लिए आने वाले मरीजों व प्रसूताओं की सोनोग्राफी नहीं होने की भी जानकारी दी थी। यही नहीं घायल होकर आने वाले मरीजों या नियमित डे्रसिंग के लिए आने वाले मरीजों को पट्टियों की कमी में कम पट़्टी बांधकर खानापूर्ति करने जैसे मामले पर भी प्रशासन का ध्यान केन्द्रित कराया था।