अनूपपुर। पुष्पराजगढ़ में सडक़ों की बढ़ती बदहाली और विभागीय स्तर पर दिए जा रहे आश्वासनों के बाद भी सडक़ों के निर्माण कार्य आरंभ नहीं होने से नाराज पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को की अगुवाई में स्थानीय व्यापारियों ने २० जनवरी को अमरकंटक-शहडोल मुख्य मार्ग राजेन्द्रग्राम बस स्टैंड तिराहा पर धरना प्रदर्शन किया। जहां दोपहर १ बजे आरंभ हुआ धरना प्रदर्शन शाम ५ बजे प्रशासन और एमपीआरडीसी विभागीय अधिकारियों के आश्वासन पर समाप्त हुआ। इस दौरान विधायक सहित व्यापारियों ने एसडीएम के नाम प्रभारी एसडीएम व तहसीलदार टीआर नाग को ज्ञापन सौंपा। जिसमें सडक़ निर्माण कार्य जल्द आरंभ करने के साथ माहभर की मोहलत भी दी। जिसमें निर्धारित समय पर कार्य नहीं होने पर पुन: व्यापारियों के साथ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन और चका जाम की बात कही। इसके लिए भी प्रशासन को ही जिम्मेदार ठहराए जाने की बात कही गई है। सौपे गए ज्ञापन में उल्लेखित कर बताया गया कि जनपद मुख्यालय राजेंद्रग्राम में मुख्य मार्ग से बस स्टैंड की ओर जाने वाले सडक़ की हालत काफी दिनों से जर्जर बनी हुई है। इसके साथ ही पटना-करपा-सरई मार्ग जिसकी लंबाई 75 किलोमीटर है, जो वर्तमान में पूरी तरह से जर्जर हो चुका है और मार्ग पर पैदल चलने तक के स्थान शेष हैं। इसमें लोगों को आवागमन में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। इसे लेकर पूर्व में कई बार शिकायत दर्ज कराया जा चुका है और विभागीय अधिकारियों द्वारा कार्य आरंभ के भी आश्वासन दिए गए थे। बावजूद कोई सुनवाई नहीं होने से इस मार्ग पर निवासरत व्यापारियों तथा आवागमन करने वाले राहगीरों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है। हालंाकि इस दौरान पटना, करपा , सरई मार्ग के निर्माण को लेकर एमपीआरडीसी विभाग के द्वारा आश्वासन पत्र विधायक को सौंपा गया। जिसमें 1 महीने के भीतर सडक़ निर्माण कराए जाने का आश्वासन दिया गया है। इस दौरान लगभग चार घंटे तक विरोध प्रदर्शन का कार्यक्र्रम चला। जिसमें अमरकंटक से शहडोल जाने वाली मार्ग की यातायात व्यवस्था प्रभावित रही। बॉक्स: १५ दिनों में बस स्टैंड मार्ग का हो सुधारवहीं ज्ञापन की चेतावनी में विधायक ने राजेन्द्रग्राम बस स्टैंड मार्ग को १५ दिनों में मरम्मत कराए जाने की बात कही है। विधायक ने कहा अगर १५ दिनों के भीतर बस स्टैंड पहुंच मार्ग का निर्माण नहीं किया जाता है तो व्यापारियों के साथ इसी तिराहे पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। विदित हो कि पूर्व में ज्ञापन सौंपते हुए व्यापारियों ने मरम्मती की मांग की थी। [typography_font:18pt;” >—————————————–