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जिले में 10 नलजल योजनाएं सहित 150 से अधिक हैंडपम्प बंद, अधिक तापमान बढा तो मचेगी त्राहि

locationअनूपपुरPublished: May 02, 2019 12:44:10 pm

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

प्रशासकीय आदेशों के बाद भी सुधार में विभागीय आनाकानी, ग्राम पंचायतों में परिवहन की नहीं सुविधाएं

More than 150 handpumps closed with 10 nail schemes in the district, m

जिले में 10 नलजल योजनाएं सहित 150 से अधिक हैंडपम्प बंद, अधिक तापमान बढा तो मचेगी त्राहि

अनूपपुर। भीषण गर्मी के दौरान जलसंकट से प्रभावित ग्रामों में जलापूर्ति के सम्बंध में विभागाधिकारियों को शासन और प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेश अब हवा-हवाई हो गई है। जिले में जलसंकट प्रभावित गांवों के सर्वेक्षण के साथ जलापूर्ति की व्यवस्थाओं का शत प्रतिशत उपाय नहीं किए गए हैं। जिले के चारों विकासखंडों में १० नलजल योजना सहित १५० से अधिक हैंडपम्प मेंटनेंश के अभाव में बंद है, या पानी नहीं उगल रहे हैं। हालंाकि पीएचई विभाग खुद गर्मी के दिनों में गिरने वाली जलस्तर में १० नलजल योजनाओं से अधिक सहित लगभग २०० हैंडपम्पों को बंद होने की बात मान रही है। बहरहाल अनूपपुर जिले के अधिकांश ग्रामीण अचंल जलसंकट की समस्या से जूझ रही है। अनूपपुर, कोतमा, जैतहरी तथा पुष्पराजगढ़ के पठारी क्षेत्र में निवासरत लोग बूंद-बूंद पानी के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं। ग्रामीण पानी के अभाव में तालाब, झिरिया, नाला सहित दूर-दराज के जलस्त्रोत से पानी लाकर अपनी दैनिक जरूरतें पूरी कर रहे हैं। इनमें अनूपपुर के पडौर, भाद, भालूमाड़ा, पयारी, लतार, क्योंटार, आमाडांड क्षेत्र, राजनगर, बिजुरी, रामनगर, जैतहरी ग्रामीण अंचल सहित पुष्पराजगढ़ के बड़ी तुम्मी सहित पड़मनिया, गिरारी, तथा छोटी तुम्मी जैसे सुदूरीय ग्राम पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हैं। बावजूद जिला प्रशासन द्वारा जलसंकट से प्रभावित गांवों के सम्बंध में नहीं तो सर्वे कराया गया है और ना ही बंद पड़े नलजल योजनाओं को चालू कराने की पहल कराई जा रही है। विभागीय जानकारी के अनुसार अनूपपुर जिले के दो विकासखंड जैतहरी और कोतमा में ठेकेदारी व्यवस्था के तहत हैंडपम्प और नलजल योजनाओं का कार्य कराया जाता है। लेकिन अनूपपुर और पुष्पराजगढ़ में ठेकेदारी व्यवस्था नहीं अपनाई गई है। जिसके कारण इन क्षेत्रों में उपयंत्रियों की मदद से ही बोर और सुधार कार्य कराए जाते हैं। आंकड़ों में देखा जाए तो जिले में ९५६९ हैंडपम्प और १७७ नलजल योजनाएं लगाई गई है। जिसमें लगभग दो सैकड़ा हैंडपम्प बंद तथा १० से अधिक नलजल योजनाएं विभिन्न कारणों से बंद पड़ी है। दरअसल यह समस्या अनूपपुर जिले में प्रत्येक वर्ष बनती है, जिनमें पुष्पराजगढ़ विकासखंड सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र माना गया है। दूरस्थ क्षेत्रों में ग्रामीण व्यवस्थाएं बनी होने के कारण ऐसे स्थानों पर तकनीकि कर्मियों के अभाव में पानी की समस्या से लोगों को सालों पर जूझना पड़ता है।
बॉक्स: विकासखंड स्तर पर कहां कितने
विभागीय जानकारी के अनुसार अनूपपुर विकासखंड में २१२४ हैंडपम्प हैं, जिनमें २१०० चालू तथा २४ बंद हैं, जबकि जैतहरी विकासखंड में ३१४८ हैंडपम्प है इनमें चालू ३११० तथा ३८ बंद है। इसी तरह कोतमा में कुल १५०९ हैंडपम्प जिनमें चालू १४९३ तथा बंद १६ और पुष्पराजगढ़ में कुल २७८८ हैंडपम्पों में २७४१ चालू तथा ४७ बंद हैं। जबकि नलजल योजनाओं में अनूपपुर में कुल ५० नलजल योजनाओं में ४८ चालू और २ बंद हैं। जैतहरी विकासखंड में स्थापित ४८ नलजल योजनाओं में ४७ चालू और १ बंद हैं। इसी तरह कोतमा में कुल २४ नलजल योजनाओं में २३ चालू और १ बंद हैं। वहीं पुष्पराजगढ़ विकासखंड में ५५ नलजल योजनाओ में ४९ चालू और ६ बंद हैं। विभाग का मानना है कि गर्मी के दिनों में जलस्तर कम होने के कारण उंची स्थानों वालों नलजल योजनाओं तथा हैंडपम्पों में पानी उपर आने में समस्या बनती है।
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