आईजीएनटीयू में 1330 सीटों के लिए अभी तक नौ हजार से अधिक आवेदन
अनूपपुरPublished: May 08, 2019 12:16:25 pm
प्रवेश प्रक्रिया 16 मई तक, एक और दो जून को 21 राज्यों के 39 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित होगी प्रवेश परीक्षा
आईजीएनटीयू में 1330 सीटों के लिए अभी तक नौ हजार से अधिक आवेदन
अनूपपुर। मध्यप्रदेश के प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालय-इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में इस वर्ष विभिन्न पाठ्यक्रमों की 1330 सीट के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। राष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश परीक्षा के लिए 21 राज्यों में 39 केंद्र बनाए जाने की योजना है। अभी तक विश्वविद्यालय को इन पाठ्यक्रमों के लिए नौ हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। परीक्षा नियंत्रक प्रो. एनएस हरि नारायण मूर्ति ने बताया कि विश्वविद्यालय में संचालित स्नातक, परा-स्नातक और डिप्लोमा (डी.फार्म.) पाठ्यक्रमों में 710, 560 और 60 सीटें उपलब्ध हैं। विश्वविद्यालय ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए घोषित आरक्षण को इस अकादमिक वर्ष से लागू करने का निर्णय लिया है। इस प्रकार विश्वविद्यालय में उपलब्ध 1330 सीटों की संख्या को बढ़ाकर 1663 कर दिया गया है। जिससे आर्थिक रूप से पिछड़े प्रतिभावान छात्रों को भी इस अकादमिक वर्ष से प्रवेश मिल सकेगा। इन सभी पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा ०१ और ०२ जून को विभिन्न पालियों में आयोजित की जाएगी। प्रवेश परीक्षा का पाठ्यक्रम प्रोस्पेक्ट्स के माध्यम से छात्रों को उपलब्ध करा दिया गया है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से सबसे अधिक आवेदनों को देखते हुए इन दोनों राज्यों में 13 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। शेष 19 राज्यों में 26 केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं। मध्यप्रदेश में अमरकटंक स्थित विश्वविद्यालय परिसर, अनूपपुर, शहडोल, झाबुआ, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, डिंडौरी और छत्तीसगढ़ में रायपुर, रायगढ़, जगदलपुर और अंबिकापुर को परीक्षा केंद्र बनाए गए हंै। इस अकादमिक वर्ष में छात्रों को बीए और बीएससी पाठ्यक्रमों में विभिन्न विषयों के समूह बनाकर कई विकल्प उपलब्ध कराए गए हैं जिससे छात्र अपनी रूचि के अनुरूप समूह का चुनाव कर एडमिशन ले सकें। प्रो. मूर्ति ने बताया कि इस वर्ष उम्मीद है कि अंतिम तिथि तक आवेदनों की संख्या दस हजार से अधिक हो जाएगी जो पिछले वर्ष के मुकाबले 25 प्रतिशत अधिक होने की संभावना है। कुलपति प्रो. टीवी कट्टीमनी ने छात्रों के विश्वविद्यालय के प्रति बढ़ रहे रूझान को शिक्षकों और कर्मचारियों के प्रयासों का नतीजा बताया है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार निरंतर जनजातियों की शिक्षा और उन्हें रोजगारपरक शिक्षा देकर स्वालंबी बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, विश्वविद्यालय की विभिन्न योजनाएं भी इसी दिशा में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के 24 ट्रेवल एवं टूरिज्म छात्रों का विभिन्न कंपनियों में चयन, 13 शिक्षा संकाय के छात्रों का चयन, पत्रकारिता विभाग के 20 से अधिक छात्रों का विभिन्न मीडिया संस्थानों में चयन और विभिन्न विभागों के छात्रों का नेट परीक्षा और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होना विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों की मेहनत का सुखद परिणाम है। वर्ष 2007 में स्थापित आईजीएनटीयू में लगभग 1500 छात्रों के लिए हॉस्टल और मेस की सुविधा उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त निकटवर्ती क्षेत्रों से विश्वविद्यालय परिसर तक बसें भी संचालित की जाती हैं। अमरकटंक की खूबसूरत पहाडिय़ों के बीच स्थित कैंपस में लाइवलीहुड बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर, कृषि विज्ञान केंद्र, छात्रों के लिए नि:शुल्क प्रतियोगी परीक्षा के लिए कोचिंग की व्यवस्था और 60 हजार से अधिक किताबों से सुसज्जित केंद्रीय लाइब्रेरी उपलब्ध है।