गेहूं उपार्जन के लिए अब बढ़ी तारीख तो गेहूं लेकर केन्द्रों पर पहुंचने लगे किसान
अनूपपुरPublished: May 19, 2022 12:17:17 pm
विभाग ने लक्ष्य तक पहुंचने की जताई संभावना, अब 31 मई तक किसान बेच सकेंगे गेहूं
गेहूं उपार्जन के लिए अब बढ़ी तारीख तो गेहूं लेकर केन्द्रों पर पहुंचने लगे किसान
अनूपपुर। जिले में गेहूं उपार्जन के लिए किसानों को १५ दिन का अतिरिक्त समय मिल गया है। किसान अब अपना गेहूं आसपास के केन्द्रों पर ३१ मई तक बेच सकेंगे। पूर्व में शासन ने १६ मई तक की अवधि नियत की थी। लेकिन तारीख बढऩे बाद फिर से उपार्जन केन्द्रों पर किसानों की आवाजाही आरंभ हो गई। १५ मई तक जहां ७८४ किसानों ने अपना गेहूं बेचा था, वहीं अब दो दिनों में ८४६ किसानों ने अपनी फसल उपार्जन केन्द्रों पर बेचा है। एक ओर जहां उपार्जन केन्द्रों पर किसानों से खरीदी आरंभ हो गई, वहीं विभाग ने अपने लक्ष्य के करीब गेहूं उपार्जित होने की संभावना भी जताई है। जिला खाद्य आपूर्ति विभाग कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रदीप द्विवेदी ने बताया है कि रबी विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए ई उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत किसानों से खरीदी हुई गेहूं एवं वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए किसानों को लाभ पहुंचाने गेहूं उपार्जन की अवधि 31 मई तक बढ़ाई है। जिले मेें ऐसे पंजीकृत किसान जिन्होंने अब तक अपना गेहूं नहीं बेचा था और १६ मई को समाप्त होती तारीख के बाद निराश हो रहे थे, उन्हें ३१ मई तक बेचने का मौका मिल गया है। इस वर्ष गेहूं उपार्जन के लिए १८८८ किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। जिसमें जिले में उपार्जन के लिए बनाए गए ८ केन्द्रों पर १७ मई तक ८४६ किसानों ने अपना गेहूं बेचा है। जिसमें अब तक कुल खरीदी २२२१५.५० क्विंटल हुई है। इसमें पटनाकला सब्जी मंडी केन्द्र पर ४८९ किसानों ने १४२४२.०० क्विंटल, तुलसी वेयरहाउस चचाई रोड मेडियारास केन्द्र पर १९९ किसानों से ५२४४.०० क्विंटल, निगवानी खोड्री केन्द्र पर ४९ किसानों से ७१९.०० क्विंटल, कोतमा केन्द्र पर १६ किसानों से २६२.०० क्विंटल, जैतहरी उपार्जन केन्द्र पर ५५ किसानों से ८६८.५० क्विंटल, राजेन्द्रग्राम में १३ किसानों से २१०.५० क्विंटल, बेनीबारी केन्द्र पर १३ किसानों से ४९७.५० क्विंटल और भेजरी उपार्जन केन्द्र पर १२ किसानों से १७१.५० क्विंटल गेहूं की खरीदी की जा सकी है।
बॉक्स: बाजार में बिकी उंची कीमत, उपार्जन केन्द्रों पर कम पहुंच रहे किसान
विभाग का मानना है कि इस वर्ष निर्धारित किए गए न्यूनतम लक्ष्य और किसानों की पंजीकृत संख्या के अनुपात उपार्जन नहीं हुआ। पूर्व में लक्ष्य के आसपास आंकड़ा पहुंच जाता था। लेकिन इस बार ५० हजार क्विंटल के लक्ष्य में १८८८ पंजीकृत किसानों में आधे से भी कम किसानों ने केन्द्र पर अपना गेहूं बेचा है। इसका कारण स्थानीय बाजार या व्यापारियों ने किसानों को उंची कीमत देकर उनके गेहूं की खरीदारी की है। जिसमें किसान भी बिना मेहनत घरों से समर्थन मूल्य से अधिक लाभ पाते गेहूं बेच दिया। जिसके कारण कुछ उपार्जन केन्द्रों को छोडक़र अन्य पर एकाध किसानों की बढोत्तरी हुई है। फिलहाल १२ दिन शेष हैं।
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