कभी जिले की धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में गुदुम्ब बनता था आकर्षण, आज बन गया देश की शान
ट्राईबल कल्चर रिसर्च एंड ट्रेनिंग मिशन आंध्रप्रदेश के कार्यक्रम में अनूपपुर की गुदुम्ब बाजा नृत्य ने देश में जीता प्रथम पुरस्कार
अनूपपुर
Published: June 14, 2022 09:09:10 pm
अनूपपुर। धार्मिक आयोजनों से लेकर राजनीतिक विशिष्ठ अतिथियों के स्वागत में आकर्षण का केन्द्र बना रहा अनूपपुर जिले की गुदुम्ब बाजा अब देशभर में अपनी पहचान का लोहा मनवा रहा है। ट्राईबल कल्चर रिसर्च एंड ट्रेनिंग मिशन आंध्रप्रदेश में आयोजित जनजाति नृत्य महोत्सव में गुदुम्ब गाजा नृत्य ने देश में प्रथम पुरुस्कार जीता है। बताया जाता है कि आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में तीन दिवसीय 10-12 जून तक जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से ट्राईबल कल्चर रिसर्च एंड ट्रेनिंग मिशन आंध्रप्रदेश जनजाति नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया था। जिसमें देश के 14 राज्य के जनजातीय नृत्य दलों ने भाग लिया था। जिसमें मध्य प्रदेश अनूपपुर जिले के ग्राम बीजापुरी नंबर 1 के शिवप्रसाद धुर्वे का गुदुम बाजा नृत्य ने भी हिस्सा लिया। स्वयं संगीत एवं नृत्य की अनूठी प्रस्तुति के चलते देश के विभिन्न जनजाति कलाकारों के बीच नृत्य ने अपनी पहचान दर्शकों और चयनकर्ताओं के बीच छोड़ी। परिणाम यह हुआ कि कार्यक्रम स्थल पर आयोजित इस बाजा नृत्य को देखने के बाद वंस मोर वंस मोर के नारे से पूरा स्टेडियम गूंज उठा। अद्भुत प्रस्तुति के लिए देश के सभी नृत्य दलों के बीच अनूपपुर की गुदुम्ब नृत्य दल ने प्रथम पुरस्कार एवं एक लाख रुपए की राशि प्राप्त कर देश में प्रदेश एवं जिले का नाम गौरवान्वित किया है। इस नृत्य दल में लक्ष्मीकान्त मार्को, शिवप्रसाद, उमेश मसराम, वीर बहादुर धुर्वे, लामू लाल धुर्वे, श्रीचंद मार्को, ईश्वर मरावी, राजकुमार मसराम, चरण लाल धुर्वे, मीरा मार्को, धनेश्वर, प्रहलाद, फगुआ, भीम, मुनि लाल, कोदु लाल, अनिल एवं अन्य साथी उपस्थित रहें।
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कभी जिले की धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में गुदुम्ब बनता था आकर्षण, आज बन गया देश की शान
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