अनूपपुर। अनूपपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत टांकी में टांकी से फुलवारी टोला की ओर जाने वाली सडक़ के निर्माण में पंचायत की मनमानी हाबी रही, जहां १४ लाख रूपए से अधिक की लागत से बनी सडक़ ग्रामीणों के पैदल चलने लायक तक नहीं बन सकी। हालात यह है कि सडक़ निर्माण के नाम पर पंचायत के द्वारा बड़े-बड़े बोल्डर सडक़ पर डाल दिए गए हैं। जिनके समतल नहीं होने के कारण ग्रामीण इस पर आवागमन नहीं कर पाते। और सडक़ के सामान पगडंडी रास्ता तैयार कर दिया है, जहां ग्रामीण सडक़ के बावजूद पगडंडी सडक़ से गणतंव्य की ओर रवाना हो रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार टांकी से फुलवारी टोला तक लगभग 1 किलोमीटर लम्बी सडक़ का निर्माण ग्राम पंचायत के द्वारा लगभग 14 लाख रूपए की राशि से कराया गया है। लेकिन सडक़ निर्माण मे पंचायत ने राशि बचाने के चक्कर में मानक मापदंडों के अनुसार सडक़ मटेरियल का इस्तेमाल नहीं करते हुए आनन फानन में सडक़ पर बड़े-बड़े बोल्डर बिछा दिए। जिसमें सडक़ समतलीकरण नहीं हो सका और निर्माण के बाद यह सडक़ उबड़-खाबड़ स्वरूप में नजर आने लगी। उबड़-खाबड़ सडक़ के कारण इस पर वाहन तो क्या पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। परेशान ग्रामीणों के द्वारा सडक़ के बगल से पगडंडी रास्ता बनाते हुए इस पर आवागमन किया जा रहा है। बॉक्स: ५ साल बाद भी अधिकारियों ने नहीं ली सुध स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस सडक़ का निर्माण पंचायत के द्वारा वर्ष 2016 में प्रारंभ किया गया था। जहां निर्माण कार्य पूर्ण हुए बिना ही राशि का आहरण कर लिया गया था। राशि निकासी के बाद यह सडक़ आज भी आधी अधूरी स्थिति में बनी पड़ी हुई थी। जिसे पंचायत द्वारा पांच साल बाद पिछले महीने ही पूरा किया गया है। लेकिन इन पंाच साल तक विभागीय अधिकारियों ने कभी इस अधूरी सडक़ की सुध तक नहीं ली। ग्रामीणों का आरोप है कि लाखों रुपए खर्च किए जाने के बावजूद पंचायत के द्वारा घटिया सडक़ निर्माण किए जाने से इस पर चलना मुश्किल है। जिसका उपयोग भी ग्रामीण नहीं कर पा रहे हैं । इसके साथ ही वर्ष 2016 से प्रारंभ में इस कार्य को 5 वर्ष बाद पूरा किया गया है। इस पर भी ग्राम पंचायत की लापरवाही पर जनपद के अधिकारियों द्वारा निर्माण एजेंसी के विरुद्ध कोई कार्रवाई अब तक नहीं की गई है।वर्सन: यदि सडक़ निर्माण में लापरवाही बरती गई है तो इसका निरीक्षण करते हुए कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कार्य पूर्ण करने में इतना विलंब क्यों हुआ इसकी जानकारी ली जाएगी।वीरेंद्रमणि मिश्रा, सीईओ जपं अनूपपुर। [typography_font:18pt;” >———————————–