अनाज से खाली है गरीब की झोली, राशन दुकान में लटक रहा ताला
अनूपपुरPublished: Dec 05, 2019 07:29:58 pm
वेतनवृद्धि मांग में सेल्समैन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, 1 लाख 49 हजार गरीब परिवारों की बढ़ी परेशानी
अनाज से खाली है गरीब की झोली, राशन दुकान में लटक रहा ताला
अनूपपुर। नवम्बर माह की शुरूआत से सर्वर की धीमी रफ्तार में शासकीय राशन की दुकान से अनाज उठाने वाले हितग्राहियों की परेशानी अभी कम नहीं हुई थी कि ४ दिसम्बर से सेल्समैन द्वारा अपनी मांगों में दुकानों पर ताला बंदी कर अनिश्चितकालीन हड़ताल करने से हितग्राहियों को खाद्यान्न मिलना बंद हो गया है। सेल्समैनों ने यह अनिश्चितकालीन हड़ताल अपनी ६ सूत्री मांगों को लेकर किया है। जिसमें उचित वेतन की मांग करते हुए अन्य सुविधाओं की उपलब्धता की मांग की है। इससे पूर्व मप्र. सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ ईकाइ अनूपपुर के बैनरतले सेल्समैनों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप अपनी मांगों को एक सप्ताह के भीतर पूर्ण करने की मांग की थी, साथ ही कहा था कि ३ दिसम्बर तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसमें बुधवार ४ दिसम्बर से अपनी मांगों में दुकानों पर ताला लगा दिया है। दुकानों पर होने वाली तालाबंदी के कारण जिले के १ लाख ४९ हजार से अधिक परिवारों की झोली में आने वाले अनाज को लेकर परेशानियां बढ़ गई है। अनाज का उठाव नहीं कर सकने के कारण योजना से लाभांवित होने वाले परिवारों को अब भूखों रहने की नौबत बन आई है। अनूपपुर जिले में शासकीय योजना के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली की ३१२ दुकानें संचालित हैं, सभी दुकानों पर ऑनलाईन सेवाओं के माध्यम से होने वाली फीडिंग के कारण दुकानों पर संचालकों के माध्यम व्यवस्थाओं को बनाने में अधिक व्यय को देखते हुए वेतन कम से कम २५ हजार रूपए मासिक वेतन दिए जाने, तुलावटि सहित शासकीय दुकान संचालन के खर्चे को देने, पीओएस मशीन के पेपर रोल प्रदाय किए जाने, वितरण में घटती आ रही अनाज को शासन द्वारा खाद्यान्न प्रदाय कराए जाने, समितियों में कार्यरत कर्मचारी जिसे शासन स्तर पर निकाला जा रहा है उन्हे तत्काल समितियों में वापस पदस्थ किए जाने, आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाए मप्र. भोपाल द्वारा कैडर व्यवस्था के तहत संस्था के समस्त कर्मचारियों को योग्यता एवं वरिष्ठता के आधार पर कैडर व्यवस्था में शामिल किया जाने, शासन द्वारा विक्रेता का बीमा कराया जाने की मांगें रखी हैं। जिला खाद्य आपूति विभाग का कहना है कि सेल्समैन के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के कारण जिले की समस्त राशन की दुकानों से खाद्यान्नों का वितरण पूर्णत: बंद हो गया है। खाद्यान्न वितरण योजना प्रणाली में बीपीएल, एएवाई सहित अन्य विभिन्न २३ श्रेणियों के लाभार्थी परिवारों को खाद्यान्न दिया जाना है। जिसमें जिले में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले १ लाख ४९ हजार ९३२ परिवार हैं। जिन्हें १९८ सेल्समैन के माध्यम से ३१२ दुकानों से खाद्यान्न की उपलब्धता कराई जाती है। इनमें अनूपपुर विकासखंड में २४१५२ परिवार, जैतहरी में ४४ हजार परिवार, कोतमा में १४२२९ परिवार तथा पुष्पराजगढ़ में ५४८३२ परिवार खाद्यान्न योजना में शामिल हैं। इन शामिल परिवारों में नगरीय क्षेत्र अनूपपुर में २७७९ परिवार, जैतहरी में ११८७ परिवार, कोतमा में २९१५ परिवार, पसान में १९८१ परिवार, बिजुरी में २५७१ परिवार तथा अमरकंटक में ९६५ परिवार खाद्यान्न का लाभ ले रहे हैं। इनके लिए शासन द्वारा मांग के अनुसार अनुमानित १९२५ मीट्रिक टन गेहूं, १४६९ मीट्रिक टन चावल तथा प्रत्येक परिवार के लिए १ किलो नमक का आवंटन प्रतिमाह करती है।
बॉक्स: अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे सेल्समैन, संशय में परिवार
अपनी मांगों को लेकर ४ दिसम्बर को मप्र. सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ ईकाइ अनूपपुर के बैनरतले सेल्समैन इंदिरा तिराहा पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए, जहां शासन प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। वहीं अनाजों के नहीं मिलने से हितग्राही परिवार संशय में पड़ गए हैं। उन्हें लगता है कि सम्भवत: इस माह उनके हिस्से का अनाज नहीं मिल पाएगा।
वर्सन:
सेल्समैन अपनी मांगों को लेकर पूर्व में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपे थे। आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उनके हड़ताल पर चले जाने से खाद्यान्न वितरण व्यवस्था बंद हो गई है।
वाईएस तिवारी, सहायक खाद्य अधिकारी अनूपपुर।