अनूपपुर। ईद-उल-अजहा का पावन पर्व बुधवार २१ जुलाई को पूरे जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। अनूपपुर सहित जैतहरी, भालूमाड़ा, राजनगर, कोतमा, बिजुरी, रामनगर, चचाई, वैंकटनगर सहित अन्य स्थानों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन के पालन ईदगाहों की बजाय अपने अपने घरों में नमाज अदा कर विभिन्न धर्मों के बीच शांति एवं भाईचारे बने रहने की कामना की। इस मौके पर विशेष निर्देशों में पांच सदस्यों ने मस्जिदों में एक साथ सामूहिक नमाज अदा की। और एक दूसरे को बकरीद की बधाई दी। जबकि कानून व शांति व्यवस्था में मस्जिदों के बाहर व बाजार में पुलिस बल तैनात रहा। हालंाकि कोरोना के कारण दूसरे वर्ष भी बाजारों में पूर्व की अन्य वर्षो की भांति अधिक चहल पहल नहीं बन सकी। सामान्य दिनों की भांति अनूपपुर मुख्य बाजार नजर आया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार सभी मस्जिदों में गाइडलाइन के अनुसार ही नमाज की इजाजत दी गई। साथ ही विशेष निगरानी भी रखी गई। उन्होंने बताया कि जिलेभर के १९ मस्जिदों पर गाइडलाइन के तहत नमाज अदा की गई है। पर्व को देखते हुए जिले के लिए विशेष बल एसएएफ के २० जवान उपलब्ध हुए थे। वहीं सुरक्षा व्यवस्थाओं में लगभग १२५ प्वाईंट तथा २५ फिक्स प्वाईंट बनाते हुए पुलिस बलों को तैनात किया गया था। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल पेट्रोलिंग से गश्त कराई गई। विदित हो कि ईद अल-अज़हा या बकरीद मुस्लिम समुदाय का एक प्रमुख त्यौहार है। रमजान के पवित्र महीने की समाप्ति के लगभग 70 दिनों बाद इसे मनाया जाता है। वहीं कोतमा में भी मुस्लिम पर्व ईद उल जुहा (बकरीद) का पर्व शांति सद्भाव से मनाया गया। नगर के लोगों ने घरों में ही नमाज अदा किए और एक दूसरे को बधाई दी। नगर के मस्जिदों पर जहां नमाज अदा की गई, वहां पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। इसी प्रकार जैतहरी में मुस्लिम समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार ईद उल अजहा शान्ति पूर्वक मनाया गया। कोरोना के मद्देनजर नगर के वार्ड नम्बर 8 स्थित मस्जिद व ईदगाह में कुछ ही लोगों को नमाज अदा करने की इजाजत दी गई। मस्जिद में नमाज अदा के बाद एक दूसरे को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक दूसरे को मुस्लिम समाज द्वारा मुबारकबाद दिया। वही नगर के वरिष्ठ नागरिकों व ईष्ट मित्रो ने भी अपने-अपने मित्रों मुस्लिम समाज के लोगो को ईद की मुबारकबाद दी। [typography_font:18pt;” >—————————————–