अनूपपुर। भोपाल में कांग्रेस की एकता का पाठ सीखकर अनूपपुर पहुंचे कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के बीच १९ जनवरी को ट्रेन से उतरते ही रेलवे परिसर में हुई गाली-गलौज व मारपीट के साथ थाने में दर्ज हुए मामले में अब कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष अनूपपुर एवं पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह का दर्द छलक आया है। जहां प्रदेश में हासिए पर खड़ी कांग्रेस में लगातार अंदरूनी कलह और अपनों के बीच ही अपराध दर्ज कराने के मामले में नाराजगी जताते आगामी विधानसभा चुनाव के लिए इसे शुभ संकेत नहीं बताया है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष व पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह ने कहा कांग्रेस के अंदर इसी प्रकार की अंर्तकलह बनी रही तो वह समय दूर नहीं जब कांग्रेस अपना वजूद खो देगी। वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने आंतरिक कलह में अब जिला अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा देने की पेशकश की है। इसके लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपने और अन्य सुयोग्य पदाधिकारी को जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपने पत्र लिखेंगे। मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष अनूपपुर ने बताया कि वे रात में ही भोपाल से अनूपपुर के लिए वापसी किए हैं। लेकिन जिले में कल भोपाल से लेकर अनूपपुर रेलवे स्टेशन तक कांग्रेसियों की सडक़ पर लड़ाई से काफी दु:खी और व्यथित है। वह इस घटना के बाद जिला अध्यक्ष छोडऩे को भी तैयार हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से निवेदन करूंगा की मुझे अनूपपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद से मुक्त कर किसी योग्य कार्यकर्ता को इस पद पर नियुक्ति करें। विदित हो कि १९ जनवरी की सुबह ११ बजे भोपाल से अनूपपुर पहुंची नर्मदा एक्सप्रेस से उतरे कांग्रेसी कार्यकर्ता दो गुटों में बंटकर एक गुट कोतमा विधायक सुनील सराफ समर्थक तो दूसरा गुट पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को समर्थक आपस में भिंड गए, जहां रेलवे स्टेशर परिसर में ही गाली-गलौज के साथ झूमा झपटी और मारपीट हो गई। इस दौरान दोनों गुटों ने कोतवाली थाना अनूपपुर पहुंचकर मामले में एक-दूसरे के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया। जिसमें एक गुट की शिकायत पर तीन कार्यकर्ताओं के खिलाफ और दूसरे गुट की शिकायत पर चार कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। जबकि भोपाल में ही टीटी नगर थाना भोपाल में कोतमा के कांग्रेस कार्यकर्ता द्वारा खुद पर हमला कराने के आरोप में कोतमा विधायक सुनील सराफ पर शिकायत दर्ज कराई है। [typography_font:18pt;” >—————————————————