अनूपपुर। जिले में २९ नवम्बर से १५ जनवरी तक ३० उपार्जन केन्द्रों पर की जा रही धान की खरीदी और निर्धारित समयावधि समाप्ति के बाद धान बेचने से वंचित हो रहे हजारों किसानों के लिए अब राहत की खबर आई है। जिसमें शासन ने सेवा एवं शर्तो के अनुसार २० जनवरी तक तिथि बढ़ाते हुए अनूपपुर जिले के ३० केन्द्रोंं में से २६ उपार्जन केन्द्रों पर २१३४ किसानों से खरीदी की अनुमति प्रदान की है। जिसके बाद अब १५ जनवरी के बाद बंद होने की स्थिति में पहुंचे उपार्जन केन्द्रों पर पूर्व की भांति आगामी पांच दिनों तक खरीदी प्रक्रिया जारी रखी जा सकेगी। इससे उपार्जन केन्द्रों पर पहुंचे किसानों एवं उपार्जन के लिए पूर्व से पंजीकृत किसानों को राहत मिलेगी। वहीं जिले के लिए धान उपार्जन के रखे गए लक्ष्य में ९ लाख क्विंटल के अनुमानित लक्ष्य में वर्तमान में हुई खरीदी ६७५३१ एमटी की मात्रा में और बढोत्तरी होगी। बताया जाता है कि प्र्रशासन ने जनवरी माह के दौरान लगातार बारिश और ओलावृष्टि में प्रभावित हुए उपार्जन और धान बेचने से वंचित हुए किसानों को देखते हुए शासन से अतिरिक्त तिथि बढ़ाए जाने की मांग की थी। जिसमें अब शासन ने पांच दिनों की मोहलत प्रदान की है। विभागीय जानकारी के अनुसार १५ जनवरी को जिले के ३० उपार्जन केन्द्रों पर पंजीकृत १२८०४ किसानों से ६ लाख ७५ हजार ३१० क्विंटल धान की खरीदी की है। जिसमें अब तक ४ लाख १४ हजार २४० क्विंटल धान परिवहन के लिए तैयार है। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रदीप कुमार द्विवेदी ने बताया कि शासन द्वारा २६ उपार्जन केन्द्रों पर २१३४ किसानों से खरीदी की अनुमति प्रदान की है। जिसे २० जनवरी तक खरीदी समाप्त किया जाना है। तिथि बढ़ाए जाने के कारण खरीदी निरंतर २० जनवरी तक जारी रहेगी।बॉक्स: जिले में १८२३६ पंजीकृत किसान, १८०० किसान बेचने से हुए थे वंचितविभागीय जानकारी के अनुसार जिले में वर्ष २०२१-२२ के लिए १८२३६ किसान पंजीकृत है। जिसमें से अब तक १२८०४ किसानों से खरीदी हो सकी है। जबकि शासन द्वारा २१३४ और किसानों जिनका पंजीयन है को खरीदी का मौका दिया है। इस प्रकार लगभग १४९३८ किसानों से ही खरीदी संभव हो सकेगी। विभाग का मानना है कि इनमें पंजीकृत अधिकांश किसान स्थानीय व्यापारियों को घर पर अपना धान बेच देते हैं। वहीं अब तक हुई खरीदारी में मौसम की मार से संवाद या अन्य कारणों में १८०० किसान अपना धान नहीं बेच पाए थे। अब इन्हें भी बेचने का मौका मिल जाएगा।[typography_font:18pt;” >————————————————————