भोजन की गुणवत्ता को लेकर छात्रों ने जनजातीय कल्याण विभाग मंत्री से की शिकायत, जांच के निर्देश
अनूपपुरPublished: Feb 14, 2020 08:14:04 pm
एकलव्य आवासीय स्कूल के किचन गार्डेन की मंत्री ने की सराहना
भोजन की गुणवत्ता को लेकर छात्रों ने जनजातीय कल्याण विभाग मंत्री से की शिकायत, जांच के निर्देश
अनूपपुर। निजी कार्यक्रम में शामिल होने अल्प प्रवास पर अनूपपुर पहुंचे जनजातीय कार्य, विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्ध घुमक्कड़ जनजातीय कल्याण विभाग ओमकार सिंह मरकाम ने १४ फरवरी की सुबह शासकीय एकलव्य आवासीय स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री ने छात्रों से कक्षाओं के संचालन एवं अन्य सुविधाओं के समस्याओं के सम्बंध में विस्तार से चर्चा की। छात्रों द्वारा खाने की गुणवत्ता के बारे में मंत्री से शिकायत की। जिसपर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को जांच के निर्देश दिए। साथ ही कहा अगर खाद्य गुणवत्ता मानक स्तर से विचलित पाई जाती है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। विदित हो कि इससे पूर्व १० फरवरी को स्कूल के छात्रों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर भोजन सम्बंधित शिकायत दर्ज कराते हुए ठेकेदार द्वारा मीनू विपरीत गुणवत्तहीन भोजन उपलब्ध कराने की बात कही थी। जिसपर १२ फरवरी को सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा निरीक्षण कर जांच के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अभी इस मामले में एक दिन का समय नहीं बीता था कि १४ फरवरी को मंत्री ने खुद शिकायतों को सुनकर जांच के निर्देश दे दिया। इस दौरान समस्त छात्रों को वार्षिक परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा सबसे बड़ा परिवर्तन शिक्षा से संभव है। शिक्षा प्रगति के समस्त दरवाजों को खोलने की क्षमता रखती है। अत: आवश्यक है कि सभी छात्र जीवन के इस स्वर्णिम समय का पूरा सदुपयोग करें एवं अच्छी शिक्षा प्राप्त करें। भ्रमण के दौरान मंत्री ने एकलव्य स्कूल परिसर के किचन गार्डन का निरीक्षण किया, जहां विभिन्न प्रकार की सब्जियों को लगा देख खुशी जताई एवं स्कूल प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने कहा सर्वांगीण विकास में खाद्य व्यवस्थाएं अहम है। संतुलित एवं पौष्टिक भोजन में विभिन्न सब्जियों व दूध का मिश्रण होना आवश्यक है। मंत्री द्वारा आवासीय परिसर की साफ -सफाई एवं रखरखाव का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। भ्रमण के दौरान सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विवेक पांडेय सहित एकलव्य स्कूल के शैक्षणिक एवं प्रशासनिक स्टाफ उपस्थित रहे।
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