चकोड़ा भाजी तोडऩे की योजना बनाकर घर से निकले थे
पुलिस के अनुसार शनिवार 29 जून की दोपहर रोशनी देवी और गांव के ही दो अन्य हमउम्र बच्चे चकोड़ा भाजी तोडऩे की योजना बनाकर घर से निकले थे। लेकिन रास्ते में सभी ने यह मंशा बनाई कि भाजी तोड़कर वापसी के दौरान गड्ढे के पानी में नहा भी लेंगे। शाम को सभी खदानी गड्ढे के पास पहुंचे तथा नहाने लगे। इसी दौरान रोशनी देवी गहरे पानी में उतर गई। स्थान घर से एक किलोमीटर दूर तथा सूना होने के कारण किशोरी के डूबने के दौरान किसी की मदद नहीं मिल सकी और रोशनी पानी में समा गई।
पुलिस मर्ग प्रकरण कायम कर मामले की कर रही जांच
रोशनी के पानी से बाहर नहीं निकलते देखकर दोनों अन्य बच्चे भाग खड़े हुए और घटना की सूचना परिजनों को दी। बताया जाता है कि सम्बंधित जमीन मृतिका के परिजनों की है, जहां उंची चट्टानों के पत्थरों को आसपास के ग्रामीणों की मदद से निकाल ट्रैक्टर मालिकों के माध्यम से क्रेशरों तक पहुंचवाते हैं। इसमें एक ट्रॉली भरने पर ट्रैक्टर मालिक द्वारा उसे 600-700 रूपए दिया जाता है और ट्रैक्टर मालिक परिवहन खर्च के आधार पर उसे क्रेशरों तक पहुंचा देते हैं। लेकिन पत्थरों की तुड़ाई और खुदाई में आसपास तालाबनुमा गड्ढा बन गया है जो अवैध खदान के रूप में वर्षो से संचालित है। फिलहल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।