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प्रशासन ने किया ऐसा काम, तीर्थयात्री हो गए नाराज सडक़ पर उतर लगाया जाम की नारेबाजी

locationअनूपपुरPublished: Mar 23, 2019 08:33:20 pm

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

10 घंटे तक जाम में फंसे रहे तीर्थयात्री, दोपहर 12 बजे बाद छुटा जाम

The administration did such a thing, the pilgrims became angry at the

प्रशासन ने किया ऐसा काम, तीर्थयात्री हो गए नाराज सडक़ पर उतर लगाया जाम की नारेबाजी

अनूपपुर। प्रशासन-जनप्रतिनिधियों और ठेकेदार की लापरवाही में आम नागरिकों के लिए नासूर बनी अनूपपुर-जैतहरी निर्माणाधीन मार्ग पर शनिवार को तीर्थयात्रियों ने सडक़ जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। बस यात्रियों की परेशानी को देखते हुए स्थानीय नगरवासी भी सडक़ पर उतरते हुए शासन और प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस मौके पर तीर्थयात्रियों व नगरवासियों ने मार्ग से गुजरने वाले सभी छोटी-बड़ी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी। जिसके कारण दोनों दिशाओं में वाहनों की लम्बी कतार बन गई। यहां तक प्रदर्शनकारियों ने बाइक जैसी वाहनों को एक दिश से दूसरी दिशा नहीं जाने दिया। जाम को देखते हुए आनन फानन में नगरवासियों ने घटना की सूचना कोतवाली थाना और यातायात पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए। हालांकि पुलिस ने लोगों को शांत कराते हुए जेसीबी की मदद से निर्माणाधीन सडक़ में फंसी राखड़ भरी वाहन को बाहर निकाल तीर्थयात्री बसों को आगे के लिए रवाना किया। इसके बाद पुलिस ने सडक़ को समतलीकरण कराते हुए यातायात सामान्य रूप में बहाल कराई। जाम खुलने के बाद नगरवासियों सहित वाहन चालकों ने भी राहत पाई। बताया जाता है कि पुरी से रीवा-सीधी के लिए पांच बसों में लगभग २०० से अधिक तीर्थयात्री बिलासपुर-अनूपपुर मार्ग से वापस लौट रहे थे, जहां रात २ बजे तीर्थयात्रियों की पांचों बस अनूपपुर नगरीय क्षेत्र पहुंची। लेकिन अनूपपुर तहसील कार्यालय के समीप सडक़ पर राखड़ भरी तीन वाहनों के गड्ढों में फंसे होने के कारण आगे नहीं बढ़ सके। इस दौरान बस यात्रियों ने कुछ समय इंतजार करते हुए यह सोचा कि मुख्य मार्ग के साथ साथ नगरीय क्षेत्र है। वाहनों के फंस जाने पर तत्काल पुलिस द्वारा इसे खाली कराते हुए यातायात को सामान्य बनाने का प्रयास करेगी। लेकिन इंतजार में कई घंटे गुजर गए और सुबह हो गई। इस दौरान तीर्थयात्रियों ने १०० डायल वाहन को सूचना देने का प्रयास किया। लेकिन सामने से कोई जवाब नहीं आया। पानी, नाश्ता सहित अन्य जरूरी व्यवस्थाओं के लिए तरस रहे यात्रियों के सब्र का बांध उस समय टूट गया, जब १० घंटे बाद भी न तो पुलिस और प्रशासन का कोई अधिकारी मुख्य मार्ग पर फंसी वाहनों को निकवाने मौके पर नहीं पहुंचा। इसके बाद सभी तीर्थयात्रियों ने पूर्व से जाम लगी तीनों वाहनों के बीच बची सकरी मार्ग में ही बैठकर विरोध प्रदर्शन आरम्भ कर दिया। बस यात्रियों ने दोनों दिशाओं की आवाजाही भी बंद कर दी। यात्रियों की विवशता को देखते हुए कुछ नगरवासी भी विरोध का समर्थन करते हुए शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी आरम्भ कर दी। प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। तीर्थयात्रियों का कहना था जबतक प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर जाम नहीं खुलवाते, तबतक वह विरोध से नहीं उठेंगे। अनूपपुर नगरवासियों का कहना है कि जैतहरी पावर प्लांट से रोजाना २ सैकड़ा से अधिक राखड़ भरी वाहनों सहित ट्रकों की आवाजाही रहती है। वाहनों से उडऩे वाले धूल से नगरवासी पिछले सालभर से त्रस्त हैं। प्रशासन को पत्राचार करते हुए नगरवासी थक गए हैं। जनप्रतिनिधियों ने कभी इसका समाधान नहीं निकाला। और ठेकेदार अपनी मनमर्जी से काम कर दो किलोमीटर लम्बी सडक़ निर्माण में सालभर गुजार दिए। सालभर बाद भी सडक़ निर्माण जहां बंद हुआ था, उससे आगे आरम्भ नहीं हो सका है।
बॉक्स: बारिश में बन जाता है नर्क
प्रत्येक बारिश की बौछार के बाद यह सडक़ आमलोगों के साथ साथ वाहन चालकों के लिए नर्क जैसा बन जाता है। कीचड़ रूपी दलदल में भारी वाहनें फंसकर जाम में लग जाती है। जबकि पानी निकासी के अभाव में पूरा सडक़ तालाब में तब्दील हो जाता है। बावजूद प्रशासन सडक़ बनाने सामने नहीं आ रहा है।
वर्सन:
भारी वाहनों की आवाजाही में जाम लग जाता है। सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस अमला द्वारा जाम को खुलवाया गया है और यातायात सामान्य रूप में बहाल कराई गई है।
उमेश गर्ग, एसडीओपी अनूपपुर।
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