पांच माह से बच्चों को नहीं मिला मिड डे मिल योजना का अनाज, समूह की कागजों में अधिकारी ने पाई गडबड़ी
अनूपपुरPublished: Nov 22, 2020 11:50:06 am
कोरोना में छह माह में मात्र एक माह का वितरण, ग्रामीण ने सीएम हेल्पलाइन और परियोजना अधिकारी से की थी शिकायत
पांच माह से बच्चों को नहीं मिला मिड डे मिल योजना का अनाज, समूह की कागजों में अधिकारी ने पाई गडबड़ी
अनूपपुर। अनूपपुर जनपद पंचायत के पयारी क्रमांक १ में संचालित शासकीय कन्या माध्यमिक स्कूल के लगभग १५८ छात्राओं को शासकीय योजना के तहत संचालित मिड डे मिल योजना का अनाज पिछले पांच माह से नहीं मिला है। समूह द्वारा वितरित किए गए एक माह के अनाज भी उसकी निर्धारित मात्रा से कम का वितरण किया गया है। जिसकी शिकायत ग्रामीण द्वारा सीएम हेल्प लाइन और परियोजना प्रबंधक अधिकारी से की गईथी। शिकायत पर २० नवम्बर को जांच के लिए पहुंची मिड डे मिल परियोजना प्रबंधक अधिकारी ने समूह की रजिस्टर में अनाज वितरण को लेकर गड़बड़ी पाई। रजिस्टर में अनाज वितरण का महीना उल्लेख नहीं पाया गया, जबकि खाद्यान्न वितरण में छात्राओं की संख्या की पुष्टि सहित अनाज वितरण की मात्रा सहित अन्य कॉलम में शिक्षक द्वारा उसे सत्यापित नहीं किया जाना पाया। मौके पर पूछताछ में समूह ने अनाज बांटने की बात कही। लेकिन रजिस्टर में वास्तविकता को नहंी बता पाए। जिसके बाद परियोजना प्रबंधक जांच अधिकारी ने समूह और शिक्षक को रजिस्टर के कॉलम की पूर्ति करते हुए कार्यालय बुलाया है। मिड डे मिल परियोजना प्रबंधक अधिकारी का कहना है कि जांच में रजिस्टर में गड़बडिय़ा पाई गई। रजिस्टर में अनाज वितरण के महीने, मात्रा सहित अन्य कॉलम खाली पड़ा था। अनाज पाने के स्थान पर बच्चों के हस्ताक्षर थे, लेकिन माह नहीं होने से कॉलम की पूर्ति के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अन्य जानकारियां जुटाई जा रही है। उन्होंने पास के एक अन्य स्कूल शासकीय कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास की जानकारी देते हुए इसी प्रकार की लापरवाही होना बताया। लेकिन इस दौरान परियोजना प्रबंधक अधिकारी ने कन्याओं के खाद्यान्न वितरण अगर नहीं हुए है तो उन्हें खाद्यान्न उपलब्धता के आश्वासन दिए हैं।
बताया जाता है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन द्वारा स्कूलों को बंद कर दिया गया था। जहां स्कूलों में मिलने वाली मिड डे मिल योजना को जारी रखते हुए स्कूलों में नामित बच्चों के घरों पर अनाज वितरण के आदेश शासन द्वारा एि गए थे। इसमें समूह के सदस्यों द्वारा घर घर जाकर अनाज दिया जाना था। लेकिन शासकीय कन्या माध्यमिक स्कूल पयारी क्रमांक १ के १५८ बच्चों को जुलाई माह से अबतक योजना का लाभ नहीं मिला है। जून माह के दौरान समूह ने अनाज का वितरण किया था, लेकिन यहां निर्धारित ५.५०० ग्राम की जगह ४ किलो अनाज दिए गए थे। वहीं जुलाई से नवम्बर माह तक अनाज का वितरण नहीं हुआ है। इस सम्बंध में ग्रामीण सूरज मित्तल ने सीएम हेल्प लाइन और प्रबंधक अधिकारी से शिकायत की थी।
बॉक्स: अन्य पंचायतों में हुआ वितरण, ग्रामीण नाराज
ग्रामीणों का कहना है कि समूह द्वारा अन्य पंचायत कदमटोला, दैखल में मिड डे मिल योजना के तहत बच्चों को चावल, आटा व आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए सत्तू का वितरण किया गया। लेकिन इसी समूह द्वारा पयारी क्रमांक १ के शासकीय कन्या माध्यमिक स्कूल की छात्राओं की अनदेखी कर दी। जिसे देखकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की थी।
वर्सन:
समूह का कहना है कि उन्होंने योजना का वितरण किया था, लेकिन रजिस्टर में जांच में माह, मात्रा सहित अन्य जानकारी अधूरी पाई गई। पास के अन्य स्कूल में मिल योजना में गड़बड़ी पाई गई है। समूह और शिक्षकों को बुलाया गया है।
पूनम सिंह, मिड डे मिल प्रबंधक अधिकारी अनूपपुर।
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