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भालू के हमले में चरवाहे की मौत, चरवाहे को बचाने में तीन अन्य हुए घायल

locationअनूपपुरPublished: Sep 13, 2018 08:29:27 pm

Submitted by:

shivmangal singh

भालू के हमले में चरवाहे की मौत, चरवाहे को बचाने में तीन अन्य हुए घायल

The death of the cowboy in the attack of the bear, three other injured

भालू के हमले में चरवाहे की मौत, चरवाहे को बचाने में तीन अन्य हुए घायल

ग्रामीणों द्वारा किए बचाव में भालू भी मरा, घायलो का जैतहरी में चल रहा उपचार
अनूपपुर। वनपरिक्षेत्र जैतहरी के बीट गोरसी कक्ष क्रमांक पीएफ २९९ चुरिइगा डोंगरी गांव में १२ सितम्बर बुधवार की दोपहर जंगल में मवेशी चरा रहे ४५ वर्षीय निरंजन उर्फ मुन्ना तिवारी पिता रामप्रसाद तिवारी निवासी पाटन पर ४-६ वर्षीय नर भालू ने हमला ने मौके पर मौत के घाट उतार दिया। जबकि चरवाहे के दौरान हुए हमले में बीच बचाव करने पहुंचे १५ वर्षीय श्रीकांत तिवारी पिता त्रिलोचन तिवारी व उसकी ३२ वर्षीय माता वंदना तिवारी दोनों निवासी पाटन सहित ग्रामीण चरवाहा ५५ वर्षीय हेमलाल पिता सीताराम राठौर निवासी चोरभठी को भी जख्मी कर घायल कर दिया। हालांकि इस दौरान ग्रामीणों के बीच बचाव में भालू की भी मौके पर मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जैतहरी में भर्ती कराया। बताया जाता है कि भालू के हमले में घायल की मौत तथा घायलों की सूचना पर वनमंडलाधिकारी जेएस भार्गव सहित वनपरिक्षेत्र अधिकारी जैतहरी सुरेश बहादुर सिंह व अन्य वन अधिकारी मौके पर पहुंचकर घायलों का हाल जाना तथा घायलों को प्राथमिक सहायता राशि उपलब्ध कराने की बात कही। वहीं मृतक के परिजनों को भी प्रारम्भिक सहायता राशि ५ हजार देने की कार्रवाई का निर्देश दिया। बताया जाता है कि निरंजन अपनी मवेशियों के साथ गांव के अन्य चरवाहे के साथ मवेशी चरा रहा था। इसी दौरान पहाड़ी क्षेत्र से एक नर भालू नीचे उतरा तथा निरंजन पर हमला कर दिया। भालू ने निरंजन के चेहरे पर हमला किया, जिसमें उसके चेहरे बुरी तरह क्षत विक्षप्त हो गए। चरवाहे के हमले के दौरान वहां से गुजर रहे मां बेटे ने निरंजन को बचाने का प्रयास किया तो भालू ने इन दोनों को भी जख्मी कर दिया। तभी पास अन्य चरवाहे हेमलाल ने ग्रामीणों को आवाज लगा खुद निरंजन सहित दोनों मां-बेटे को भी बचाने का प्रयास किया। लेकिन भालू ने इसे भी जख्मी कर दिया। बाद में ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह से तीनों की जान बचाई। लेकिन निरंजन को मौत से नहीं निकाल सके।

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