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विकास का उदाहरण है आदिवासी संस्कृति : नरेंद्र मरावी

locationअनूपपुरPublished: Aug 11, 2018 05:13:41 pm

Submitted by:

shivmangal singh

क्षेत्रीय कला मंडलियों ने विश्व आदिवासी दिवस समारोह में लगाए चार चांद, मुख्यमंत्री के सम्बोधन का प्रसार

The example of development is tribal culture: Narendra Maravi

विकास का उदाहरण है आदिवासी संस्कृति : नरेंद्र मरावी

अनूपपुर. जिले में ऊर्जा एवं उत्साह के साथ विश्व आदिवासी दिवस समारोह मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नरेंद्र मरावी ने कहा शासन आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए पूरे मनोयोग से तत्पर हैं। शासन द्वारा समुदाय के सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार, सामाजिक सुरक्षा अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित कर समुदाय के सभी सदस्यों को विकास की मुख्य धारा में लाकर समान पायदान में लाने के प्रयास किए जा रहे है। विश्व आदिवासी दिवस सभी समुदायों के लिए गौरव का विषय है। यह समारोह हमारी भारतीय संस्कृति की वसुधैव कुटुम्बकम की भावना सभी को साथ में लेकर चलने की भावना का परिचायक है। आदिवासी संस्कृति के परिचायक एवं सम्मान के प्रतीक बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती, शहीद शंकरशाह, कुंवर रघुनाथ शाह समेत कई सम्मानित हस्तियों का स्मरण किया। इस अवसर पर आदिवासी संस्कृति के पारम्परिक ज्ञान का उल्लेख करते हुए बताया प्रकृति के संरक्षण के साथ विकास की राह दिखाने का कार्य आदिवासी समुदाय द्वारा किया जाता रहा है। जिपं अध्यक्ष रूपमति सिंह ने कहा कि शासन आदिवासियों की संस्कृति की सुरक्षा एवं विकास के लिए प्रतिबद्ध है। चाहे वह बैगा आदिवासियों को आहार अनुदान हो, तेन्दुपत्ता संग्राहकों को चरणपादुका, पानी की कुप्पी अथवा साड़ी का वितरण हो, शिक्षा छात्रवृत्ति हो, शैक्षणिक शुल्क माफी हो, कला के विकास के लिए विशेष अनुदान हो सभी क्षेत्रों में शासन ने सोचा है और कार्य किया है। इस मौके पर विधायक रामलाल रौतेल ने शासकीय योजनाओं का जिक्र कर आदिवासी परिवारों को लाभांवित करने की बात कही। वहीं जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आयी हुई नृत्य एवं कला मंडलियो ने विश्व आदिवासी दिवस समारोह में मनमोहक प्रस्तुति दी। विशेषकर पुष्पराजगढ़ से आए हुए नृत्य मंडलियों गुदुम नृत्य मंडली, सेला नृत्य मंडली ने तो अपने प्रदर्शन से समय को रोक दिया। अतिथियों द्वारा उक्त मंडलियो एवं छात्राओं को सम्मानित किया गया।
पुष्पराजगढ़ के दमेहडी में विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि सेवा निवृत्त तहसीलदार अशोक मरावी, विशिष्ट अतिथि पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए। इसमें आदिवासी विकास को लेकर वक्ताओं ने अपनी अपनी राय रखी। जिसमें शासन पर भी आरोप लगाते हुए जानबूझ कर आदिवासियों के विकास से अपने को अलग रखने की बात कही, जबकि विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने कहा सरकार को शिक्षा में समानता लाने चाहिए। जब आदिवासी के बच्चे शासकीय स्कूल में पढ़ सकते है तो जिले के कलेक्टर के भी बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़े, तभी शिक्षा का स्तर बेहतर हो पाएगा।

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