अनूपपुर

भोजन की तलाश में हाथियों का झुंड लगातार बदल रहा रास्ता, बंगवार खदान से पहुंचे अहिरगवां रेंज

आसपास के गांवों को वन अमले ने किया अलर्ट, शाम के विचरण में हाथियों की दिशा होगी तय

अनूपपुरMay 21, 2022 / 12:25 pm

Rajan Kumar Gupta

भोजन की तलाश में हाथियों का झुंड लगातार बदल रहा रास्ता, बंगवार खदान से पहुंचे अहिरगवां रेंज

अनूपपुर। १८ मई की रात वनपरिक्षेत्र अनूपपुर के पोंडी बीट से विचरण करते हुए बुढार वनपरिक्षेत्र के बंगवार खदान एरिया पहुंचे तीन हाथियों का झुंड १९-२० मई रात पुन: रास्ता बदलते हुए अनूपपुर के अहिरगवां वन क्षेत्र पहुंच गया है। जहां अहिरगवां वनपरिक्षेत्र के कठौतिया पश्चिमी बीट क्रमांक ८८ में अपना डेरा जमाया है। यहां बोकरामार जंगल के सघन वनीय और नमीदार क्षेत्र होने के कारण हाथियों को आरामदाय महसूस हो रहा है। बताया जाता है कि रात के समय हाथियों ने लगभग २२-२५ किलोमीटर की दूरी तय कर बुढार से अहिरगवां वनक्षेत्र का सफर तय किया है।
वनपरिक्षेत्र अधिकारी अभिचल त्रिपाठी ने बताया कि हाथियों के कठौतिया के जंगल में पहुंचने की सूचना पर तत्काल आसपास के गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही वनकर्मियों को गांव में भेजकर पंचायत से मुनादी कराते हुए सुरक्षा बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि शहडोल में हाथियों के झुंड ने एक महिला को मौत के घाट उतार दिया है। जिसे देखते हुए रेंज एरिया में भी एतिहातन सुरक्षा बरतने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं वनपरिक्षेत्राधिकारी ने बताया कि शाम को विचरण के लिए निकलने वाले हाथियों की दिशा ही अगले पड़ाव को बताएगी। विदित हो कि २० दिन बाद १६-१७ मई की रात छत्तीसगढ़ की सीमा लांघकर अनूपपुर के कोतमा वनपरिक्षेत्र के पडौर में प्रवेश किया था। जहां दूसरे दिन ३५ किलोमीटर की लम्बी दूरी तय करते हुए पडौर से अनूपपुर के पोंडी वनक्षेत्र पहुंचा था और फिर बुढार वनपरिक्षेत्र के बंगवार खदान की ओर कूच किया था। लेकिन एक बार फिर हाथियों ने अनूपपुर की ओर पग बढ़ाया है। जिसकी निगरानी में वन अमला मुस्तैद है।
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