शिकारियों के बिछाए बिजली करंट में आया तेंदुआ, खेत में में मिला शव
अनूपपुरPublished: Feb 16, 2020 10:11:19 pm
डॉग स्क्वायड शहडोल और सीधी की टीम जांच में करेगी मदद, 24-36 घंटा पूर्व मरे होने की आशंका
शिकारियों के बिछाए बिजली करंट में आया तेंदुआ, खेत में में मिला शव
अनूपपुर। वनपरिक्षेत्र कोतमा के मनटोलिया बीट अंतर्गत ग्राम बम्हनी में १६ फरवरी की सुबह २-३ वर्षीय नर तेंदुआ का शव विक्षप्त हालत में पाया गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वनविभाग और स्थानीय पुलिस को दी। मौके पर कोतमा वनपरिक्षेत्राधिकारी आरएस त्रिपाठी अपने अमले साथ पहुंचकर मौके का निरीक्षण किया, जहां तेंदुआ को मृतावस्था में पाया। तेंदुआ के शव के बीच क हिस्से में उच्च क्षमता की बिजली करंट का निशान पाया गया। जिसमें पेट के हिस्से जले हुए हैं। इसकी जानकारी रेंजर कोतमा ने वनमंडलाधिकारी सहित सीसीएफ शहडोल को दी। मौके पर वनमंडलाधिकारी एमएस भगदिया, एसडीओ ओजी गोस्वामी सहित एफएसएल, वेटनरी चिकित्सक की टीम ने पहुंचकर शव का पंचनामा बनाते हुए पीएम किया, जहां शाम को शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। एसडीओ ओजी गोस्वामी ने बताया कि तेंदुआ का शव पप्पू यादव के खेत के पास ग्रामीणों ने देखा था। शव के निरीक्षण में उच्च क्षमता की बिजली करंट से मौत के कारण सामने आए हैं। वहीं अधिकारी ने बताया कि तेंदुआ का शव रात के समय का नहीं बल्कि २४-३६ पूर्व का होना प्रतीत हो रहा है। फिलहाल पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों सहित समय की जानकारी सामने आ पाएगी। वनउपमंडल अधिकारी का कहना है कि शव की स्थिति के अनुसार घटना स्थल मौका स्थल ही है। अबतक विवेचना के अनुसार कहीं और से लाकर शव को फेंकना स्पष्ट नहीं हो रहा है। तेंदुआ की मौत और अनेक बिन्दूओं की जांच के लिए वनविभाग अनूपपुर शहडोल और सीधी से डॉग स्क्वायड टीम की मदद ले रही है। डॉग स्क्वायड की दोनों टीम जांच में मदद कर वास्तविक स्थिति से अवगत कराएगी। वनविभाग सूत्रों की जानकारी के अनुसार बम्हनी में पिछले दो-तीन सालों से तेंदुआ का मूवमेंट बन रहा था, जिसमें अबतक दर्जन से अधिक मवेशियों का शिकार जंगली जानवरों द्वारा किया जा चुका है। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि बम्हनी क्षेत्र में अबतक तेंदुआ की आवाजाही या उसके मूवमेंट जैसी कोई घटना सामने नहीं आई है। बावजूद तेंदुआ की मौत के बाद अनेक सवाल खड़े हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जंगली जानवरों के शिकार में शिकारियों द्वारा उच्च क्षमता की करंट को जीआई तार से जोडक़र झाडिय़ों में बिछा देते हैं। जिसमें जंगली जानवर कंरट की चपेट में आकर मर जाते हैं। सम्भावना है कि शिकारियों ने जंगली जानवरों के शिकार में करंट बिछाया होगा, जहां तेंदुआ करंट की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई।
वर्सन:
प्रथम दृष्टया में बिजली करंट से मौत नजर आ रही है, शव २४-३६ घंटा पुराना प्रतीत हो रहा है। जांच के लिए सीधी और शहडोल के डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाया गया है। जल्द ही मामले की जानकारी सामने आ जाएगी।
ओजी गोस्वामी, एसडीओ वनविभाग अनूपपुर।
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