खाद्य मंत्री के जिले में दुकानों पर राशन नहीं पहुंचने से प्रमुख सचिव हुए नाराज, कलेक्टर से मांगा जवाब
पूछा क्यों बनें हैं ऐसे हालात, सप्ताहभर बाद भी दुकानों पर नहीं पहुंचे अनाज
अनूपपुर
Published: April 14, 2022 11:48:13 am
अनूपपुर। प्रदेश खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह के गृह जिले अनूपपुर में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले और द्वार प्रदाय योजना से लाभांवित होने वाले १.४३ हजार हितग्राहियों में अधिकांश के झोली में अब तक माह के राशन नहीं मिलने व पत्रिका में छपी खबर पर पीएस भोपाल ने नाराजगी जताते हुए कलेक्टर से जानकारी मांगी है। पीएस ने दुकानों तक राशन नहीं पहुंचने पर पूछा है कि क्यों ऐसे हालात बने हैं। जिसमें जिला खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दिया गया है। वहीं मामले में जिला नागरिक आपूर्ति विभाग ने परिवहन के अभाव में दुकानोंं पर खाद्यान्न नहीं पहुंचने की बात स्वीकार करते हुए पीएम मद की आवंटित खाद्यान्न के ६ अप्रैल को आवंटित होने की जानकारी बताते हुए उसे १५ तारीख तक परिवहन कर दुकानों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। नान प्रबंधक एके रावत का कहना है कि पीएम केयर मद के अनाज १५ तारीख के बाद वितरित होने हैं, वहीं द्वार प्रदाय योजना की राशन में हो रही विलम्बता पर उसे भी परिवहन किए जाने की बात कही। लेकिन आश्चर्य पीएस की नाराजगी के बाद भले ही विभाग द्वारा परिवहन कर खाद्यान्न पहुंचाने जाने की दलील दी जा रही है। लेकिन हकीकत तो यही है कि आज भी जिले के ८० से अधिक दुकानों पर खाद्यान्नों का परिवहन नहीं हुआ है। जिले में १ लाख ४३ हजार 753 हितग्राही परिवार है, जिनसे जुड़े कुल परिवार सदस्यों की संख्या लगभग 5 लाख 85 हजार 98 हैं। जिनके लिए विभागीय स्तर पर जिले के चारो विकासखंड अनूपपुर में 56, कोतमा में ४१, जैतहरी में ८८ और पुष्पराजगढ़ में १२१ दुकानों सहित कुल ३०६ राशन की दुकानें स्थापित किए गए हैं। वर्तमान में पीएम केयर योजना के तहत भी खाद्यान्न के आगामी छह माह और तक वितरित किए जाने के आदेश में प्रदेश और केन्द्र सरकार द्वारा अप्रैल माह के लिए गेहूं 968 टन और 1220 टन सहित कुल 2188 टन और चावल 740 टन और 1698 टन सहित कुल 2438 टन उपलब्ध कराए गए हैं। जो गोदामों में भरे पड़े हैं। लेकिन यहां से ८५ राशन की दुकानों तक इनका पर्याप्त रूप में परिवहन नहीं किया गया है। जिसके कारण यहां खाद्यान्न लेने आने वाले हितग्राही बिना अनाज वापस लौट रहे हैं। और यहां अन्न उत्सव के तहत अनाज लेने आने वाले हितग्राहियों की जगह वीरानी पसरी है।
बॉक्स: पत्रिका में छपी खबर पर संज्ञान
पत्रिका ने जिले में खाद्यान्नों के वितरण में हो रही विलम्बता और गर्मी की इस धूप में बेहाल हो रहे हितग्राहियों को लेकर १२ अप्रैल को प्रमुख पेज पर खबर प्रकाशित किया था। जिसमें प्रदेश के मंत्री के अपने ही जिले में शासकीय योजनाओं को लेकर प्रशासकीय स्तर पर बरती जा रही लापरवाही और हितग्राहियों को हो रही परेशानी पर शासन का ध्यान आकृष्ट किया था। जबकि इससे पूर्व १० अप्रैल को शहडोल संस्करण में खबर प्रकाशित किया था, इसमें भी जिले के १०० दुकानों तक खाद्यान्नों के परिवहन की जानकारी दी थी। लेकिन इस मामले में न तो विभाग और प्रशासन ने सख्ती दिखाई।
बॉक्स: विलंबता में हितग्राहियोंं के हिस्से के अनाज हो जाते हैं गायब
खाद्यान्नों के वितरण में विभाग की लापरवाही का दंश हितग्राहियों को झेलना पड़ता है। इसमें शुरूआती समय में हितग्राहियों को अब तक खाद्यान्न नहीं आवंटन की जानकारी देकर सेल्समैन इन्हें माह के अंत तक बरगलाते हैं। जिसमें आगामी माह उनके पिछले माह के आवंटन को देकर आगामी माह के आवंटित हुए खाद्यान्न का अंश सेल्समैन डकार जाते हैं। इनमें कुछ ऐसे भी परिवार होते हैं जो सेल्समैन की फटकार के बाद जो मिल रहा है वहीं हमारा, बाकी भगवान भरोसे की तर्ज पर राशन उठाकर चलते बनते हैं। यहीं कारण है कि कभी दुकानों की जांच में हमेशा खाद्यान्न वितरण की गड़बडिय़ां आती रहती है।
वर्सन:
पीएम मद के खाद्यान्न ६ अप्रैल को आवंटित हुए हैं, द्वार प्रदाय योजना का राशन भी भेजा रहा है। १५ अप्रैल तक परिवहन कर लिया जाएगा।
एके रावत, नान प्रबंधक नागरिक आपूर्ति विभाग अनूपपुर।
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