इस धार्मिक स्थल पर संतों ने किया था करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन पर कब्जा, प्रशासन ने खाली कराया
अनूपपुरPublished: May 27, 2022 09:38:37 am
4 घंटे की कार्रवाई में दो स्थानों से हटाए गए अतिक्रमण, छावनी में तब्दील रही पवित्र नगरी
इस धार्मिक स्थल पर संतों ने किया था करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन पर कब्जा, प्रशासन ने खाली कराया
अनूपपुर। अमरकंटक में नर्मदा संरक्षण अभियान के तहत अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई में पहली बार संतों के शासकीय भूमि पर किए गए अवैध कब्जे पर प्रशासन ने कार्रवाई की है। २६ मई की सुबह एसडीएम के नेतृत्व में पुलिस, राजस्व और नगरपालिका अमले की संयुक्त कार्रवाई में दो संतों के कपिला संगम और माई की बगिया में किए गए अवैध पक्के निर्माण को धराशायी किया है। इन दोनों स्थानों से प्रशासन ने लगभग ढाई एकड़ से अधिक अतिक्रमित की गई जमीन जिसकी वास्तविक कीमत लगभग १२ करोड़ बताई जाती है को खाली कराया है। यहां प्रशासन ने सुबह ५.३० बजे से १० बजे तक कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान पूरी अमरकंटक नगरी छावनी में तब्दील रही। एसडीएम अभिषेक चौधरी ने बताया कि पहली कार्रवाई काली मंदिर चवन गुफा कपिला संगम वार्ड क्रमांक ८ अमरकंटक स्थित जगत गुरू रामानंदाचार्य स्वामी रामराजेश्वराचार्य (मौऊली सरकार) आश्रम पर की गई। यहां लगभग २ एकड़ शासकीय भूमि पर पक्का निर्माण कराया गया था। इसके लिए नगरपालिका की ओर से तीन नोटिस जारी किए गए थे। जिसमें अतिक्रमणकारी के नहीं हटाने पर गुरूवार की सुबह कार्रवाई की गई है। यह आश्रम पिछले ३-४ वर्षो से निर्माणाधीन थी। कार्रवाई में यहां से सीमेंट की बोरी सहित अन्य सामग्रियां भी पाई गई है। हालंाकि वर्तमान में निर्माण कार्य बंद थे। यहां कार्रवाई में पुरानी मंदिर को छोडक़र शेष आश्रम के निर्माणाधीन हिस्से को जमींदोज कर दिया गया है। वहीं दूसरी कार्रवाई माई की बगिया स्थित महंत सोमेश्वर गिरी सोनमुड़ा आश्रम के ओर से शासकीय भूमि पर किए गए कब्जा पर बनाए गए पक्के निर्माण पर की गई है। यहां लगभग आधी एकड़ शासकीय भूमि थी। जिसे खाली कराया गया है। महंत सोमेश्वर गिरी का एक आश्रम सोनमुड़ा में बना हुआ है। वहीं अब संतों के खिलाफ अवैध कब्जे पर प्रशासन की हुई कार्रवाई के बाद अब संतों के बीच हडक़ंप सी स्थिति बनी हुई है। हालांकि इसमें अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि आगे प्रशासन की रडार पर कौन-कौन स्थल हैं। कार्रवाई के दौरान एसडीएम अभिषेक चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, तहसीलदार टीआर नाग, सीएमओ अमरकंटक चैन सिंह परस्ते सहित राजस्व अमला व पुलिस अमला मौजूद रहा।
२ एकड़ में ४ पक्का निर्माण,
काली गुफा आश्रम शंकराचार्य राजराजेश्वर मौऊली सरकार का आश्रम है। इस प्राचीन काली मंदिर के आसपास अवैध निर्माण करते हुए दो एकड़ में ४ पक्के निर्माण कर लिए थे। जिसमें कार्रवाई के दौरान प्रशासन काली मंदिर को छोडक़र शेष निर्माण पर पोकलेन और जेसीबी मशीन की मदद धराशायी कर दिया। जबकि माई की बगिया में भी महंत सोमेश्वर गिरी महराज ने सोनमुड़ा में आश्रम के बाद भी यहां कब्जा जमा लिया था। यहां आधा एकड़ में २ पक्के निर्माण कराए गए थे।
बॉक्स: छावनी में तब्दील रही अमरकंटक, १५० जवानों के साथ दर्जनों पुलिस अधिकारी रहे मौजूद
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक चौधरी ने बताया कि अतिक्रमण कार्रवाई को देखते हुए सुबह २.३० बजे वे अमरकंटक की ओर कूच किया था। जबकि ३ बजे पुलिस अधीक्षक भी अमरकंटक पहुंचे। यहां पूरी रणनीति के साथ सुबह ५ बजे पौ फटते ही जवानों को फॉलोअप करते हुए नगर के विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया। कार्रवाई के दौरान विरोध प्रदर्शन और पत्थरबाजी जैसी अफवाहें भी चली, जिसे निपटने के लिए पांच थानों के थाना प्रभारी, दो एसडीओपी कोतमा और पुष्पराजगढ़ सहित १५० जवानों को तैनात किया गया था।
वर्सन:
सुबह ५.३० बजे से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आरंभ कर दी गई थी। पूर्व में नोटिस जारी किया गया था, नहीं हटाने पर यह कार्रवाई हुई है। आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी।
अभिषेक चौधरी, एसडीएम पुष्पराजगढ़
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