अनूपपुर। पिछले एक दशक से ज्यादा समय से सुविधाओं के लिए मोहताज जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए कोविड वरदान साबित हुआ है। पिछले एक साल के कोविड काल में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगभग ५-६ करोड़ के संसाधन उपलब्ध हुए हैं। जिससे स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को प्राण वायु मिली है। निकट भविष्य में इन संसाधनों के बेहतर क्रियान्वयन से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सशक्त होंगी, वहीं मरीजों को इन संसाधनों की मदद से बेहतर इलाज मिल सकेगा। जबकि आगामी विकट परिस्थितियों में ये स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी खुद के हौसलों से कोरोना जैसी चुनौतियों को भी मात देने में सक्षम होंगी। हालंाकि इन सुविधाओं में जहां शासन-प्रशासन ने दो कदम आगे पैर बढ़ाया है, वहीं जिले के जनप्रतिनिधियों ने भी कोरोना महामारी के दौरान दम तोड़ती जीवन को नया जान देने मदद के हाथ बढ़ाए हैं। इसे देखते हुए खुद स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से जुड़े जानकार मानते हैं प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से मिले संसाधन आगामी भविष्य में जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा।बॉक्स: संसाधनों में क्या है खासजिला बनने के बाद सीएचसी से जिला अस्पताल में तब्दील हुए संस्था में अबतक मात्र सामान्य इलाजों के लिए संसाधन के अलावा कुछ नहीं था। लेकिन अब जिला अस्पताल में १ करोड़ २ लाख की लागत से ऑक्सीजन प्लांट जो आगामी २५ जून से १ जुलाई तक स्थापित हो जाएगी। जबकि ३२ स्लाइव क्षमता की सीटी स्कैन मशीन भी जुलाई के प्रथम सप्ताह तक संचालित हो जाएंगे। इसके अलावा ऑक्सीजन की कमी की विकट परिस्थतियों से बचने १४९ ऑक्सीजन कांसंट्रेटर मशीन की उपलब्धता के साथ जिला अस्पताल अनूपपुर में मरीजों को थाइराइड, हार्मोनल जांच सहित सीबीसी की जांच की भी सुविधा मिल रही है। लगभग ४० लाख की लागत से हार्मोनल जांच सम्बंधित मशीन को स्थापित किया गया है। जिसमें एचआईवी, एचवीएसएजी(हेपेटाइटिस्स) टार्च(स्त्री) सम्बंधित जांच, कैंसर मार्किंग सहित अन्य १०० प्रकार की जांच होती है। इससे पूर्व मरीजों को निजी सेंटर में सीटी स्कैन कराने पर ३०००-३५०० रूपए, गैस सिलेंडर के लिए ३००-५०० रूपए और हार्मोन्स जांच के लिए हजारों रूपए चुकानें पड़ते थे, उससे राहत मिल गई है। बॉक्स: जनप्रतिनिधियों ने भी बढ़ाया सहयोग का हाथकोरोना संक्रमण के दौरान हालात की गम्भीरता को देखते हुए जनप्रतिनिधियों ने भी सहयोग के हाथ बढ़ाएं हैं। जिसमें प्रदेश खाद्य मंत्री और अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह ने ३ एम्बुलेंस वाहन सहित अन्य संसाधन, कोतमा विधायक सुनील सराफ ने २ एम्बुलेंस सहित अन्य संसाधन, पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने २ एम्बुलेंस वाहन सहित ८ ऑक्सीजन कांसंट्रेटर मशीनों के साथ अन्य संसाधन स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराया है। जबकि जिला प्रशासान की ओर से कलेक्टर सोनिया मीणा ने १.२५ केवी की ३ जेनरेटर साथ ट्रॉली का प्रस्ताव भेजा है, जो जल्द ही मिल जाएगा। इससे भविष्य में कहीं भी स्वास्थ्य सेवाओं के दौरान बिजली की समस्या से निजात पाई जा सकेगी।बॉक्स: प्रत्येक सीएचसी में १० बिस्तर ऑक्सीजन बिस्तर की सुविधा, सीसीटीवी लैसजिले में अबतक सामान्य सर्दी-खांसी जैसे इलाजों के रूप में पहचाने जाने वाले सीएचसी सेंटर भी आगामी दिनों गम्भीर मरीजों के लिए इलाज के लिए सक्षम होंगे। यहां मरीजों की सुविधा के लिए १० बिस्तर को ऑक्सीजन पाइप लाइन से जोड़ा गया है। जिसमें अब मरीजों के बिस्तर के पास ऑक्सीजन सिलेंडर रखने की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं सीएचसी में बनाए गए कोविड केयर सेंटर सीसीटीवी कैमरे की जद में होगा। विदित हो जिले में अनूपपुर, जैतहरी, कोतमा, परासी, भालूमाड़ा, पुष्पराजगढ़ और फुनगा को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है।बॉक्स: चिकित्सकों की कमी बन रही परेशानीजिले में जहां संसाधनों की बढोत्तरी हुई है, नवीन जिला अस्पताल भवन तैयार किए जा रहे हैं। वहीं चिकित्सकों व स्टाफों की कमी व्यवस्थाओं को प्रभावित किया है। इस सम्बंध में स्वास्थ्य मंत्री सहित स्वास्थ्य विभागी पीएस तक ने भी जिला अस्पताल का जायजा लेते हुए आश्वस्त किया था। वहंी प्रदेश खाद्य मंत्री ने भी स्वास्थ्य विभाग मंत्री को पत्र लिखकर मांग की। लेकिन अबतक चिकित्सकों और स्टाफों की भर्ती नहीं हुई है। जिले में २९६ पदाधिकारी व कर्मचारियों में मात्र १२७ पदाधिकारी व कर्मचारी कार्यरत है। वर्सन: कोरोना महामारी को देखते हुए शासन और प्रतिनिधियों के माध्यम से संसाधनों की उपलब्धता बनाई गई है। यह संसाधन आगामी दिनों जिले के लिए वरदान साबित होगी। अभी और संसाधनों की पूर्ति शेष हैं।डॉ. एससी राय, सीएमएचओ अनूपपुर। [typography_font:18pt;” >——————————————