बीजा पेड़ के नाम से गांव का नाम पड़ा बीजापुरी, गांव में बीज बैंक और लकड़ी की कलाकृति है प्रसिद्ध
बीज बैंक में कोदो कुटकी सहित अन्य फसलों के 183 नमूने

अनूपपुर। पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बीजापुरी नंबर 1 का नाम यहां स्थित विशाल बीजा के पेड़ के कारण पडा था। गांव में शाल के पेड़ को स्थानीय लोग बीजा के नाम पर जानते हैं। जिसके नाम पर इस गांव का नाम पड़ गया था। वर्तमान में गांव की आबादी लगभग 1400 के आसपास है। ग्राम पंचायत में कुल 17 वार्ड हैं, जिसमें ग्राम बीजापुरी नंबर 1, झिलमिला और कंडिकापा ग्राम सम्मिलित हैं। ग्राम पंचायत के सरपंच नरेंद्र सिंह ने बताया कि बुजुर्गों से उन्होंने सुना था कि इस गांव में शाल का एक विशाल पेड़ था, जिसे स्थानीय लोग बीजा के नाम से जानते हैं। जिसके नाम पर पहले बीजा टोला फिर बीजापुरी और वर्तमान में इसका नाम बीजापुरी नंबर 1 पड़ा है।
बॉक्स: गांव में बीज बैंक तथा लकड़ी की कलाकृति प्रसिद्ध
पुष्पराजगढ़ विकासखंड के सुदुर क्षेत्रीय गांवों में शामिल यह गांव जिले के लकड़ी की कलाकृतियों तथा यहां स्थापित निशुल्क बीज बैंक के रूप में अपनी अलग पहचान बना रखा है। स्थानीय निवासी अमर सिंह धुर्वे ने बताया कि गांव में ग्रामीणों ने स्वयं का बीज बैंक स्थापित किया है। इसके साथ ही लकड़ी पर कलाकृति के लिए भी यह गांव प्रसिद्ध है। स्थानीय युवक सेवक राम के द्वारा स्थापित इस बीज बैंक में कोदो कुटकी सहित अन्य फसलों के 183 किस्म के नमूने इस बीज बैंक में संरक्षित है।
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