आईजीएनटीयू के तीन बॉयोटेक छात्रों का दक्षिण कोरिया में शोध के लिए चयन
अनूपपुरPublished: Jul 30, 2019 08:11:49 pm
रेडिएशन साइंस में दक्षिण कोरिया के प्रमुख विश्वविद्यालय से करेंगे शोध
Notice to four nb tehsildars
अनूपपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के बॉयोटेक्नोलॉजी के तीन छात्रों को दक्षिण कोरिया के दो विश्वविद्यालयों में शोध करने का अवसर मिला है। यह सभी छात्र परमाणु ऊर्जा के एक महत्वपूर्ण भाग रेडिएशन साइंस में शोध के लिए चयनित किए गए हैं। बॉयोटेक्नोलॉजी विभाग के तीनों छात्रों की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से विश्वविद्यालय ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शोध की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा दिया है। डीन (छात्र कल्याण) और बायोटेक्नोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी ने बताया कि एमएससी फाइनल के तीन छात्रों को दक्षिण कोरिया के साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग ने दक्षिण कोरिया में पीएचडी के लिए चयनित किया है। शुभम कुमार दुबे और अखिलेश्वर सिंह को यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने शोध के लिए चयनित किया गया है। दोनों छात्र रेडिएशन साइंस एंड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए चुने गए हैं। कोरियन यूनिवर्सिटी के प्रेजीडेंट मून किल चू ने इस संबंध में पत्र जारी किया है। दोनों छात्रों को दो हजार अमेरिकन डॉलर ( लगभग एक लाख तीस हजार रूपए) प्रतिमाह की फेलॉशिप तीन वर्षों तक प्रदान की जाएगी। प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि इस शोध की मदद से आईजीएनटीयू को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सकेगी। विभाग के ही एक अन्य छात्र अंबरीश का चयन दक्षिण कोरिया की ही हनयांग विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए किया गया है। अंबरीश को 1600 अमेरिकन डॉलर प्रतिमाह की फेलॉशिप मिलेगी। तीनों छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय प्रो. त्रिपाठी को दिया है। प्रो. त्रिपाठी भी कोरिया एटॉमिक एनर्जी इंस्टीट्यूट में वैज्ञानिक पद पर कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा विभाग के 15 जनजातीय छात्रों को जर्मनी के दो विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक भ्रमण का प्रस्ताव जर्मनी के विज्ञान मंत्रालय को भेजा गया है। इस प्रस्ताव के मंजूर होने के बाद विभाग के छात्रों को दो सप्ताह के लिए जर्मनी में शैक्षणिक भ्रमण के लिए भेजा जाएगा। कुलपति प्रो. टीवी कटटीमनी ने इसे विश्वविद्यालय के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते चयनित छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं।