scriptतीन ट्रक गायब धान मामले में ट्रांसपोर्टर के खिलाफ नहीं दर्ज हुई एफआईआर | Three trucks have not registered FIR against transporter in Paddy case | Patrika News

तीन ट्रक गायब धान मामले में ट्रांसपोर्टर के खिलाफ नहीं दर्ज हुई एफआईआर

locationअनूपपुरPublished: Nov 19, 2017 05:17:08 pm

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Shahdol online

विभाग ने आरोपित ट्रांसपोर्टर को फिर सौंप दी धान परिवहन की जिम्मेदारी

Three trucks have not registered FIR against transporter in Paddy case

Three trucks have not registered FIR against transporter in Paddy case

अनूपपुर. १० नवम्बर को शहडोल पहुंची खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण प्रमुख सचिव नीलम समी राव ने अनूपपुर में वर्ष २०१६-१७ के दौरान गायब हुए तीन ट्रक धान मामले में जिला प्रशासन से सम्बंधित ट्रांसपोर्टर का अनुबंध निरस्त करते हुए ब्लैक लिस्ट कर एफआईआर दर्ज कराने व खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी अनूपपुर विपिन पटेल के खिलाफ विभागी जांच कराने के निर्देश दिए।
साथ ही वर्ष २०१७-१८ के धान परिवहन में अन्य ट्रांसपोर्टर के माध्यम से परिवहन कराने के आदेश जारी किए। लेकिन जिले में १५ नवम्बर से आरम्भ हुई धान उपार्जन में विभाग ने पीएस के निर्देशों को दरकिनार कर फिर से सम्बंधित ट्रांसपोर्टर पंकज चतुर्वेदी को अनूपपुर जिले की धान परिवहन की जिम्मेदारी सौंप दी। वहीं जिला प्रशासन द्वारा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अधिकारी विपिन पटेल पर भी विभागीय जांच के लिए अबतक कोई टीम गठित नहीं की गई है। सूत्रों के अनुसार गायब धान प्रकरण में खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी द्वारा जारी की गई नोटसीट में परिवहनकर्ताओं को बचाने के प्रयास में दी गई जानकारी से प्रशासन भी भ्रमित नजर आने लगा है। जिसके कारण भालूमाड़ा पुलिस अबतक ट्रांसपोर्टर सहित अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कर सका है। विभागीय सूत्रों के अनुसार खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी ने नान अनूपपुर से जारी तीनो ट्रक धान के तौल पत्रक, स्वीकृति पत्रक एवं डब्ल्यूएचआर सम्बंधित दस्तावेज होने बावजूद ट्रांसपोर्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बजाय केन्द्र प्रभारियों को दोषी ठहरा दिया है।
बताया जाता है कि वर्ष २०१६-१७ में हुई धान खरीदी तथा उनके परिवहन में विभागीय कर्मचारियों की सांठगांठ में ३ ट्रक धान गायब हो गए थे। जिसमें ८० टन धान की कीमत लगभग ५ लाख ४० हजार रूपए बताते हुए विभाग ने विभागीय कर्मचारियों की ट्रांसपोर्टर के साथ मिली भगत पर आशंका जताकर उनके द्वारा एक ही तौल पत्रक के विरूद्ध दो-दो बार स्वीकृति पत्रक एवं डब्ल्यूएचआर जारी करने की बात कही। जिसके उपरांत तत्कालीन नागरिक आपूर्ति विभाग अधिकारी एसके श्रीवास्तव ने अपने ही विभागीय ऑपरेटर निशू यादव, अल्पना त्रिपाठी, अमित कुमार सिंह ऑपरेटर अनूपपुर, अखिलेश श्रीवास्तव लेखापाल, चंद्रप्रकाश तिवारी ऑपरेटर कोतमा, दुर्गेश ङ्क्षसह कनिष्ठ सहायक राजेन्द्रग्राम को नोटिस भेजकर जबाव मांगा था। जबकि अनूपपुर में नान अधिकारी रहे एसके श्रीवास्तव द्वारा वर्ष २०११-१२ में अनूपपुर खरीदी केन्द्र से ८ ट्रक धान बेच दिया गया था, जहां तत्कालीन एसडीएम अनूपपुर प्रकाश सिंह चौहान द्वारा छत्तीसगढ़ की सीमा वैंकटनगर के पास से ८ ट्रक धान जब्त किए थे।
इन ट्रकों से गायब हुए ६४ टन धान
माह दिसम्बर २०१६ में उपार्जन केन्द्र छिल्पा और अमलाई पयारी नम्बर १ से लोड हुई चार ट्रक लगभग ८० टन धान गायब हो गई थी। जिसमें १२ व १५ दिसम्बर २०१६ तथा ६ जनवरी २०१७ को ट्रक क्रमंाक एमपी १८ जीए ०६४५ में ६०० बोरी वजन २४० क्विंटल तथा ऑनलाईन जारी टीसी क्रमंाक १६१२४८००१०००४५, ट्रक क्रमांक एमपी १८ जीए ४८८८ में ४०० बोरी वजन १६० क्विंटल जारी टीसी क्रमंाक १७०१४८००१२७ तथा धान खरीदी केन्द्र अमलाई पयारी नम्बर १ से ट्रक क्रमंंाक एमपी १८ जीए ०६४५ में २४० क्विंटल एवं ट्रक क्रमांक ट्रक क्रमांक सीजी १० ३८९१ में १६० क्विंटल जारी टीसी क्रमंाक १६१२४८००१०००४४ एवं टीसी १७०१४८००१५० में जारी कर सभी चारों ट्रकों को डब्ल्यूएलसी गोदाम सजहा भेजा गया। इनमें सभी चारों ट्रक धान सजहा गोदाम नहीं पहुंची। जिसके बाद पूरे मामला सामने आते ही विभाग ने खोजबीन आरम्भ की। इसी दौरान एक ट्रक क्रमांक सीजी १० ३८९१ में १६० क्विंटल जारी टीसी क्रमंाक १६१२४८००१०००४४ एवं टीसी १७०१४८००१५० ढंूढ़ निकाला गया था।
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