अनूपपुर। कोतमा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत डोंगरिया कला में सामुदायिक स्वच्छता परिसर के निर्माण में ग्राम पंचायत की एक अनोखा निर्माण कार्य सामने आया है। जहां ३.८० लाख की योजना को आधे-अधूरे निर्माण में उसे अनुपयोगी बनाने लायक छोड़ दिया गया है। ग्राम पंचायत ने अधिकारियों के आंखों में धूल झोंकने लाखों की बनाई जा रही शौचालय के बाहरी दीवारों तथा दरवाजे को रंग रोगन कर यह बताने का प्रयास किया है कि यह सामुदायिक स्वच्छता परिसर पूर्णत: तैयार हो गया है। और लोगों के उपयोग के लिए चालू कर दिया गया है। लेकिन पत्रिका पड़ताल में यह कोरी साबित नजर आई। लाखों की बनाई गई सामुदायिक स्वच्छता परिसर अंदर से अधूरी निर्मित नजर आई। स्वच्छता परिसर के लिए जरूरी शौचालय का निर्माण ही नहीं किया गया है। अंदर की दीवाले बिना छपाई पड़ी है, जबकि लोगों के लिए बैठने के लिए सैप्टिक सीट ही नहीं बैठाया गया है। बताया जाता है कि सामुदायिक स्वच्छता परिसर के निर्माण के लिए विभाग द्वारा 3 लाख 80 हजार रुपए की लागत से प्रावधान रखा गया था। जिसमें पुरुष तथा महिला शौचालय का निर्माण किया जाना है। लेकिन साल भर से यह सामुदायिक शौचालय परिसर निर्माण के साथ अधूरा पड़ा है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत ने शासन द्वारा आवंटित राशियों में पंचायत ने २.४० लाख रूपए की निकासी कर ली है। शेष १.४० लाख रूपए शेष है। लेकिन आश्चर्य महिला-पुरूष के लिए बनाए जा रहे सामुदायिक शौचालय परिसर के निर्माण में २.४० लाख के खर्च के बाद भी काम आधा ही हो पाया है। वहीं मामले में अब पंचायत गोल-मोल अपना जवाब देकर पल्ला झाड़ रहा है। बॉक्स: बाहर दर्शाया कार्य पूर्ण अंदर शौचालय की जगह रखी लकडय़िांस्वच्छता परिसर के निर्माण में पंचायत के द्वारा मनमानी करते हुए बाहर से शौचालय निर्माण पूर्ण दर्शा दिया गया है। वही अंदर अभी तक ना तो शौचालय का निर्माण किया गया है और ना ही दीवारों पर प्लास्टर ही हुआ है। शौचालय के लिए आवश्यक सेप्टिक टैंक का भी निर्माण अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है। यहां लकडिय़ां रखी गई है। जबकि पीछे सेप्टिक टैंक का सिर्फ थोड़ा गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है। यह आश्चर्य की बात है कि सालभर निर्माण कार्य आरम्भ होने के बाद अबतक किसी विभागीय अधिकारी ने निर्माण सम्बंधित कोई जानकारी और ना ही कोई निरीक्षण किया है। [typography_font:18pt;” >———————————————