अनूपपुर। जिले में एसईसीएल अंतर्गत संचालित कोल खदानों से देश भर के कल-कलखानों में सप्लाय होने वाली कोयले पर अब माफियाओं ने कॉलरी प्रबंधकों के साथ सांठगांठ कर सेंध मार दी है। जहां पुलिस की कार्रवाई के बाद भी कोल प्रबंधकों द्वारा लापरवाही बरतते हुए बेरोकटोक फर्जी नम्बर के वाहनों की अनुमति कॉलरी परिसर में होने दे रहे हैं, जिसमें लाखों रूपए के कोयलों को बेखौफ निकाल बाहर भेजा जा रहा है। इसमें छोटे-कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारी और वाहन ऑपरेटरों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता है। जिसका नतीजा है कि पुलिस ने तीसरी बार फर्जी नम्बर के डंपर वाहन से कोयला चोरी कर खदान से लेकर बिलासपुर ले जाते पकड़ा है। जिसमें पूर्व में २९ मई को छत्तीसगढ़ की वाहन कपंनी द्वारा धनपुरी ओसीएम से लाखों रूपए के कोयले को फर्जी नम्बर की वाहन से निकालने का प्रयास किया गया था, वहीं २८ नवम्बर की सुबह फर्जी नम्बर की डंपर से आमाडांड ओसीपी परिसर से कोयले की निकासी के प्रयास किया गया। जिसमें कॉलरी परिसर के भीतर ही लाखों के कोयला लोड वाहन को पुलिस ने जब्त करते हुए कार्रवाई की थी। हालांकि दोनों कार्रवाई बेनतीजा साबित हुआ। पुलिस द्वारा शुरूआती की गई कार्रवाई के बाद कोई कार्रवाई नहीं की। अब १३ जनवरी को पकड़े गए वाहन के मामले में पुलिस ने १५ जनवरी को खदान क्षेत्र की जांच करते हुए खदान प्रबंधक और उपक्षेत्रीय प्रबंधक को नोटिस जारी करेगी। जिसमें खदान से हो रहे कोयला चोरी और जब्त वाहन के सम्बंध में जानकारी मांगेगी। बॉक्स: तीन स्तरीय जांच घेरा बाद भी कोयला की तस्करी१३ जनवरी को शहडोल से बिलासपुर कोयला ले जा रहे फर्जी नम्बर की डंपर को जब्त कर लगभग 31 टन 380 किलो कोयला लोड पाया गया, जिसकी कीमत 1 लाख 81 हजार 673 रूपया आंकी गई है। वहीं ३५ लाख की वाहन को भी जब्त किया गया है। डंपर की प्लेट नम्बर जांच की गई तो ट्रक के सही नंबर सीजी १० एसी 4767 पाया गया। जबकि उसके ऊपर रेडियम से फर्जी नंबर सीजी १३ एएल 7535 व उसके ऊपर सीजी १० एपी 0395 चस्पा किया पाया गया। बताया जाता है कि परिसर में प्रवेश से पूर्व कंपनी की सुरक्षा प्रहरी के साथ कांटा-घर और लोडिंग प्वाईंट जहां बिना कागजातों व वास्तविक प्रमाण के बिना कोयला लोड से अंदर-बाहर की पासिंग नहीं बनाई जा सकती है, बावजूद यहां में कोयला की चोरी कराई जा रही है। वर्सन:फर्जी नम्बर की वाहन से कोयला चोरी का यह तीसरा मामला सामने आया है। खदान प्रबंधक सहित उपक्षेत्रीय प्रबंधक को नोटिस जारी कर घटना संबंधित जानकारी मांगी जाएगी। पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है।अभिषेक राजन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर।[typography_font:18pt;” >———————————————–