scriptवीडियो स्टोरी: आंगनबाड़ी सहायिका ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, सुसाईट नोट में पड़ोसी को ठहराया जिम्मेदार | Video Story: Anganwadi Assistant hanged and sued the neighbors in the | Patrika News

वीडियो स्टोरी: आंगनबाड़ी सहायिका ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, सुसाईट नोट में पड़ोसी को ठहराया जिम्मेदार

locationअनूपपुरPublished: Apr 13, 2019 09:14:00 pm

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

पुलिस पर लापरवाही का आरोप, जमानत के बाद भी आरोपी लगातार कर रहा था महिला और बेटी को परेशान

Video Story: Anganwadi Assistant hanged and sued the neighbors in the

वीडियो स्टोरी: आंगनबाड़ी सहायिका ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, सुसाईट नोट में पड़ोसी को ठहराया जिम्मेदार

अनूपपुर। भालूमाड़ा थानांतर्गत जमुना कॉलरी राठौर दफाई निवासी वार्ड क्रमांक २ में सहायिका के पद पर काम करने वाली ३८ वर्षीय साधना विश्वकर्मा पति प्रदीप विश्वकर्मा ने अपने ही घर में शुक्रवार-शनिवार की रात फंासी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुबह जब घर के सदस्यों ने चाय के लिए घर का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। जोर से कुंडा खटखटाने पर मां के साथ सोयी बेटी की आंखे खुली तो अपनी मां को फंासी के फंदे पर झूलता पाया। मां को झूलता देख बेटी खींच निकल आई, जिसे बाद परिजनों ने जोर से धक्का मार दरवाजा खोला। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पहुंच को परिजनों ने शव नहीं उतारने दिया। साथ ही पुलिस की कार्रवाई पर विरोध जताया। लेकिन पडोसियों ने समझाते हुए शव को नीचे उतरवाया। इस मौके पर घटना स्थल से पुलिस को महिला द्वारा लिखी एक सुसाईट नोट भी बरामद किया गया, जिसमें महिला ने लिखा था कि मेरी मौत का जिम्मेदार बृजेश अहिरवार है, और इसमें किसी का कोई हाथ नहीं है। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पीएम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। परिजनों का आरोप है कि पड़ोस का ही रहने वाला बृजेश अहिरवार साधना विश्वकर्मा और उसके छोटी बेटी को लगातार तंग करता रहा है। इसकी शिकायत चंद दिनों पहले ४ अप्रैल को थाना भालूमाड़ा में दर्ज कराई गई थी। लेकिन पुलिस ने मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। जिसके कारण आरोपी बृजेश अहिरवार जमानत पर छूट गया और वह फिर से साधना विश्वकर्मा और उसके परिवार को परेशान करने लगा। परिजनों का आरोप है कि महिला के शिकायत पर समय रहते भालूमाडा पुलिस मामले की तह तक जाती तो शायद यह घटना नहीं होती। उनका आरोप है कि पुलिस पैसे और नेताओं के दबाव में जा कर सामान सी धारा लगा कर आरोपी को बरी कराने में सहभागी बनी है। जिसका नतीजा यह हुआ कि आरोपी ब्रजेश आए दिन उस महिला को प्रताडि़त करता था। महिला की बेटी पर गलत नियत रखता था। इस मामले में महिला पहले तो थाने में शिकायत करनी चाही, जहां 3 दिनों तक शिकायत दर्ज नहीं की गई थी। 3 दिन बाद शिकायत दर्ज की गई पर कार्रवाई नहीं होने पर महिला ने अनूपपुर पुलिस अधीक्षक एवं कलेक्टर के पास भी शिकायत दी थी। लेकिन वहां से भी कुछ नहीं हुआ, जिसके बाद आरोपी के आए दिन प्रताडऩा से तंग आकर महिला ने खुदकुशी कर ली। परिजनों का अरोप है कि पूरे मामले में जमुना कॉलरी के एक स्थानीय श्रमिक नेता और एक महिला का भी नाम सामने आ रहा है। फिलहाल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
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