यहां सीतापुर रेत हादसे की क्यों जांच हो रही प्रभावित, मंत्री के निर्देशों मेें भी नहीं हुई जांच आरंभ
12 स्वीकृत खदानों की जांच में सीतापुर खदान को छोडक़र अन्य स्थानों पर कंपनी का खनन जारी
अनूपपुर
Published: March 26, 2022 08:57:30 am
अनूपपुर। जिला मुख्यालय अनूपपुर स्थित सोन नदी के सीतापुर रेत खदान में १८ और १९ मार्च को खदान में डूबने से तीन युवकों की हुई मौत और जांच टीम द्वारा अवैध खनन की बनाई गई रिपोर्ट पर रेत कंपनी द्वारा जताई गई असहमति में स्टेट माईनिंग कॉर्पोरेशन से जांच के फेर में अब सीतापुर रेत खदान के साथ अन्य १२ खदानों की जांच की प्रक्रिया अटक गई है। अभी तक मप्र स्टेट माईनिंग कॉर्पोरेशन भोपाल द्वारा जिला खनिज विभाग को जांच सम्बंधित टीमों के सम्बंध में कोई जानकारी नहीं दी है। और ना ही अब तक जांच सम्बंधित मामले में हां या ना का उत्तर दिया है। जिसके कारण अनुविभागीय अधिकारी राजस्व(एसडीएम), अनुविभागीय अधिकारी पुलिस(एसडीओपी) और जिला खनिज विभाग की संयुक्त दल द्वारा की गई जांच और तैयार किए गए जांच प्रतिवेदन में आगे की कार्रवाई में अडंगा लग गया है। पूरी जांच नहीं होने तक प्रशासन द्वारा दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई नहीं की जा सकेगी। इससे जहां मामले के ठंडा पडऩे की स्थिति बनेगी, वहीं विलंबता से जांच भी प्रभावित होगा। जबकि कलेक्टर के निर्देशन में जांच प्रक्रिया पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाता सीतापुर रेत खदान से उत्खनन के कार्य बंद रहेंगे निर्देश में सीता पुर रेत खदान का संचालन नहीं हो सका है। इससे रेत कंपनी को नुकसान होगा। वहीं इसी घटनाक्रम में प्रदेश खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह द्वारा जिले के सभी खदानों की जांच के दिए निर्देश दिए हैं। लेकिन सीतापुर रेत खदान को छोडक़र अन्य खदानों में खनन के काम जारी है। सूत्रों की जानकारी के अनुसार रेत कंपनी को मप्र स्टेट माईनिंग कॉर्पोरेशन के तहत टेंडर प्रदाय किया जाता है, इसमें खनिज विभाग की कोई भूमिका नहीं होती है। सीतापुर रेत खदान हादसा के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की जांच और रेत कंपनी द्वारा जताई गई असहमति और प्रदेश खाद्य मंत्री के निर्देशों के पालन में खनिज विभाग द्वारा अन्य खदानों में हो रहे रेत खनन को भी रोका नहीं जा सकता। माना जाता है कि इससे रेत कंपनी को अन्य खदानों में खनन के दौरान की गई मनमानी और खोदे गए रेत के गड्ढे के साथ नदियों की बदली धार पर पर्दा डालने का समय मिल जाएगा। यानी रेत कंपनी ने मप्र स्टेट माईनिंग कॉर्पोरेशन भोपाल से जांच की मांग कर इस पूरे प्रकरण को प्रभावित कर दिया है। विदित हो कि जिले में २२ रेत खदानों में रेत कंपनी को १२ खदान ही स्वीकृत हो सके हैं, शेष १० खदानें बंद पड़ी है। लेकिन इन १२ रेत खदानों में भी कंपनी ने रेत खनन नियमों व शर्तो का उल्लंघन करते हुए नदियों को ही प्रभावित कर डाला है। इनमें चेंगेरी घाट, सारंगगढ़, कोलमी रेत खदान सहित अन्य रेत खदान हैं।
बॉक्स: प्रशासन की कार्रवाई पूरी, अब माईनिंग कॉर्पोरेशन का इंतजार
बताया जाता है कि प्रशासनिक स्तर पर संयुक्त टीम द्वारा जांच पड़ताल की पूरी प्रक्रिया कर ली गई है। इसमें राजस्व और खनिज विभाग द्वारा अवैध खनन की रिपोर्ट के साथ घटना सम्बंधित ११ लोगों के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं। लेकिन इन जांच रिपोर्टो के बाद स्टेट माईनिंग कॉर्पोरेशन का इंतजार किया जा रहा है, जिसकी जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाए। उल्लेखनीय है कि सीता पुर रेत खदान में जांच टीम ने ९०/१०० मीटर अतिरिक्त सीमा से बाहर खनन का प्रकरण तैयार किया है, जिसमें डूबने से एक किशोर सहित दो अन्य युवकों की मौत हो चुकी है। तीनों मृतकों के परिजनों को ४-४ लाख रूपए की आर्थिक सहायता भी प्रदाय की जा चुकी है।
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