मुंगावली के नादनखेड़ी गांव के सरपंच राजेश यादव के मुताबिक गांव में पाले से धनिया में करीब 60 फीसदी और चना में 30 फीसदी से अधिक नुकसान हुआ है। गांव में 150 बीघा के धनिया की फसल के दाने पाले की वजह से पूरी तरह से काले पड़ गए हैं, वहीं इस गांव में करीब 500 बीघा की चना की फसल में भी नुकसान हुआ है। वहीं जनपद उपाध्यक्ष धनपालसिंह ने बताया कि तारई, छितरी और बांसखेड़ी गांव में भी पहले बोए गए करीब 200 बीघा की चना की फसल पाले से खराब हो चुकी है। इसके अलावा क्षेत्र के जतौली, ढुड़ैर, टीला, गदूली और काछीबरखेड़ा सहित करीब दो दर्जन गांवों में दूसरे दिन भी पाले का प्रकोप रहा। इससे करीब 10 हजार हेक्टेयर की धनिया, तेवड़ा, मसूर और चना की फसल खराब हो चुकी है। वहीं ओस की बूंदे जमने से गेहूं की फसल में भी नुकसान की आशंका है।
कृषि अधिकारी बोले हर गांव में पांच फीसदी नुकसान-
कृषि विभाग के एसएडीओ मुकेश रघुवंशी का कहना है कि पाले से अशोकनगर क्षेत्र के हर गांव में असिंचित क्षेत्र की धनिया, चना, मसूर और तेवड़ा में करीब पांच फीसदी नुकसान हुआ है। वहीं मुंगावली क्षेत्र के कृषि अधिकारी पाले से 20 से 30 प्रतिशत तक फसलों में नुकसान होना बता रहे हैं। किसानों का कहना है कि कड़ाके की सर्दी के बीच उन्होंने करीब तीन महीने तक फसलों में दिन-रात मेहनत की, लेकिन लहलहाती फसल को पाले ने बर्बाद कर दिया। साथ ही किसानों का यह भी कहना है कि धनिया में तुरंत असर दिख जाता है और शेष फसलों में नुकसान का आंकलन दो दिन बाद ही हो सकेगा, क्योंकि प्रभावित पौधे दो दिन बाद सूखने लगेंगे।
अलर्ट: आज भी पाले की आशंका-
मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 21.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.9 डिग्री कम रहा। वहीं रात का तापमान 3.7 डिग्री पहुंचा जो सामान्य से 6.6 डिग्री कम रहा। इससे मौसम विभाग ने लगातार पांचवे दिन मंगलवार को भी कोल्ड डे घोषित किया। वहीं पहली बार पारा इतना घट जाने से सोमवार-मंगलवार की रात सीजन की सबसे सर्द रात रही। मौसम विभाग ने ग्वालियर संभाग में आज भी पाला पडऩे की आशंका जताई है।