परिजनों से भी लिखवाकर लिया मामला चंदेरी के लुधाया गांव का है। जहां 14 साल की बालिका की शादी का कार्यक्रम चल रहा था, बालिका को हल्दी-मेंहदी लग चुकी थी और शादी की रस्में की जा रही थीं। साथ ही बारात आने का इंतजार था। चंदेरी तहसीलदार विनीत गोयल के मुताबिक बाल विवाह की सूचना मिली तो मौके पर टीम भेजी। बालिका की उम्र 14 साल पाई गई, इससे विवाह रुकवा दिया। साथ ही परिजनों से भी लिखवाकर लिया है कि वह बालिग होने पर ही विवाह करेंगे। यदि उन्होंने विवाह किया तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
तीन दिन में रुके 16 बाल विवाह- प्रशासन की सतर्कता से जिले में पिछले तीन दिन में 16 नाबालिगों के विवाह प्रशासन द्वारा रोके जा चुके हैं। साथ ही जिलेभर में प्रशासन की टीम बाल विवाह रोकने के लिए सतर्क है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी इसकी जिम्मेदारी दी है कि यदि कहीं बाल विवाह की जानकारी मिले तो तुरंत सूचना दे।
बाल विवाह रोकने की कार्रवाई की जा रही है। हम परिजनों से कहना चाहेंगे कि छोटी उम्र में बालिका की शादी न करें और इसके लिए हम जिले में जागरुकता अभियान भी शुरु करा रहे हैं।
आर उमा महेश्वरी, कलेक्टर