जिले में सी विजिल एप पर हुई 17 शिकायतों में से 10 शिकायतें शहर के दो लोगों ने दर्ज कराईं, जिनमें एक व्यक्ति ने वीडियो अपलोड कर शिकायत की कि प्रचार की अवधि समाप्त होने के बाद भी एक वाहन प्रचार कर रहा है। तो वहीं नौं शिकायतें शहर के एक ही व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गईं, जिनमें स्टेशन रोड, गांधी पार्क पर बिना अनुमति एक पार्टी के झंडा बैनर लगे होने की शिकायत की गई। हालांकि यह सभी शिकायतें झूठी पाई गईं।
इन शिकायतों के निराकरण में टीमों ने लिखा कि जहां पर वाहन के प्रचार करने की शिकायत मिली, उस जगह पर कोई वाहन नहीं मिला। तो वहीं शहर की सड़कों पर झंडा बैनर भी निर्धारित समय पर कार्यक्रम समाप्त होते ही हटा लिए जाने की बात कही गई।
टीम ने ही दर्ज की शिकायतें, बाद में कार्रवाई भी की-
खास बात यह है कि सी-विजिल एप पर शिकायत मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच के लिए गठित टीमों ने ही जिले में सात शिकायतें दर्ज कराईं। टीमों ने बिना अनुमति घरों या बिजली के खंभों पर राजनैतिक पार्टियों के झंडा या बैनर पाए जाने पर पहले तो फोटो खींचकर सी-विजिल एप पर शिकायतें कीं और बाद में उन झंडा-बैनर को उतरवाकर निराकरण भी दर्ज किया गया। सी-विजिल एप के प्रभारी पुष्पेंद्र शर्मा का कहना है कि आमजन के साथ कोई भी शिकायत दर्ज करा सकता है।
13 शिकायतों को किया गया ड्रॉप-
वहीं एप पर हुई 30 शिकायतों में से 13 शिकायतें ऐसी पाई गईं, जो आचार संहिता उल्लंघन के दायरे से बाहर की थी। इससे इन 13 शिकायतों को ड्रॉप कर दिया गया। इसलिए उन शिकायतों पर कार्रवाई नहीं हो सकी। पुष्पेंद्र शर्मा के मुताबिक सी-विजिल एप पर जो शिकायतें आचार संहिता उल्लंघन की नहीं होतीं, उन्हें ड्रॉप किया जाता है।